दिल्‍ली में व्हाट्स एप के जरिए सौदा कर फ्रांस भेजी जा रही बांग्लादेशी किशोरी को मुक्त करा मानव तस्कर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके कब्जे से चार पासपोर्ट भी मिले हैं. किशोरी को जब यह पता चला कि उसे फ्रांस भेजा जा रहा है तो वह किसी तरह गिरोह के चंगुल से निकल एक अधिवक्ता के पास पहुंची. गिरोह की एक महिला सदस्य अभी भी फरार है.


मौसी ने कराई जबरन वेश्यावृत्ति पीड़ित किशोरी बांग्लादेश के पटुआखाली जिले की रहने वाली है. उसकी उम्र लगभग 15 साल है. रिश्ते में उसकी मौसी लगने वाली ब्यूटी अख्तर उसे दो साल पहले भारत लाई थी. ब्यूटी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में रहती है. ब्यूटी ने उससे पहले कोलकाता में जबरन वेश्यावृत्ति कराई. इसके बाद उसने किशोरी को हाल ही में कुछ माह पूर्व उसे पूर्वी दिल्ली के विनोद नगर में दलाल राजकुमार को सौंप दिया. कई महीनों से राजकुमार उसे देह व्यापार के लिए ग्राहकों के पास भेज रहा था. विरोध करने पर किशोरी को मारापीटा जाता था. व्हाट्स एप से फोटो भ्ोज, किया सौदा
ब्यूटी और आलमगीर ने फ्रांस में सक्रिय मानव तस्करों से संपर्क साधा. उन्होंने किशोरी की फोटो व्हाट्स एप के जरिए फ्रांस में बैठे व्यक्ति के पास भेजी. इसके बाद किशोरी को फ्रांस ले जाने की तैयारी शुरू हो गई. फर्जी दस्तावेजों में ब्यूटी एवं आलमगीर उसके माता-पिता बन गए और मंगलवार रात को उन्हें फ्रांस रवाना होना था लेकिन इसी बीच जब किशोरी को इस बात की जानकारी हुई तो किसी तरह से गिरोह के चंगुल से भागने में कामयाब हुई.गिरोह की महिला सदस्य फरार


किशोरी मंगलवार को गिरोह के चंगुल से भागने के बाद सीधे कड़कडड़ूमा कोर्ट पहुंची. वहां पर वह अधिवक्ता नितिन शर्मा से मिली और उनसे सारी बात बताई. अधिवक्ता नितिन शर्मा ने पुलिस को इस पूरे मामले की जानकारी दी. पुलिस ने मामले में सक्रियता दिखाते हुए देर रात में ही किशोरी को मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर बयान दर्ज कराए. इसके बाद पूर्वी जिला पुलिस ने मानव तस्कर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान राजकुमार व आलमगीर हुसैन के रूप में हुई है. उनके कब्जे से चार पासपोर्ट भी मिले हैं. गिरोह की एक महिला सदस्य ब्यूटी अख्तर फरार है. मंडावली थाना पुलिस उसकी तलाश कर रही है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh