इंटरनेट दरों में हुआ 100 फीसद का इजाफा
किसने बढ़ाए कितने दाम
ताजे मामलों की बात करें तो एयरटेल ने अपनी मोबाइल दरों में 33 पर्सेंट का इजाफा किया है. वहीं वोडाफोन और आइडिया ने जून से धीरे-धीरे मोबाइल इंटरनेट दरों में बढ़ोतरी का क्रियान्वयन शुरू किया है. मोबाइल सेवा बाजार में इन तीनों कंपनियों की संयुक्त बाजार हिस्सेदारी 57 प्रतिशत है. एयरटेल और आइडिया सेल्युलर से कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं मिली है. वहीं वोडाफोन इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि दो माह पहले 1 जीबी के 2जी पैक लिए आधार दर 155 रुपये से बढ़ाकर 175 रुपये कर दी है. बढ़ी हुई दरों को अलग-अलग सर्किलों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है. एयरटेल व आइडिया ने भी 1 जीबी के 2जी मोबाइल पैक के लिए दर 155 रुपये से बढ़ाकर 175 रुपये कर दी है.
ऐसे होती है बढ़ी दरों की सार्वजनिक घोषणा
आमतौर पर टेलिकॉम ऑपरेटर मोबाइल दरों में बढ़ोतरी की सार्वजनिक घोषणा नहीं करते हैं. नई दरों को लागू करने के बाद इस बदलाव को वे अपनी वेबसाइट पर डालते हैं. आमतौर पर ऑपरेटर नए बिलिंग चक्र से पहले पोस्टपेड ग्राहकों को एसएमएस के जरिये दरों में बदलाव की सूचना देते हैं. कुल टेलिकॉम बाजार में 90 फीसदी प्रीपेड बाजार है. उन्हें दरों में संशोधन के बारे में उस समय जानकारी मिलती है, जब वे अपने मोबाइल फोन का रिचार्ज कराने जाते हैं. टेलिकॉम ऑपरेटर्स को दरों में बदलाव की सूचना भारतीय टेलिकॉम नियामक प्राधिकरण (ट्राई) को देनी होती है. वोडाफोन व आइडिया सेल्युलर ने रैक दरों में 100 प्रतिशत की वृद्धि की है. इन कंपनियों ने इसे प्रति 10 केबी के डेटा के लिए दर 2 से बढ़ाकर 4 पैसे कर दी है.
पहले 2000 रुपये होने वाली दर अब होगी 4000 रुपये
इसका मतलब है कि वोडाफोन और आइडिया के नेटवर्क पर 1जीबी के 2जी या 3जी मोबाइल इंटरनेट की दर अब 4,000 रुपये बैठेगी जो पहले 2,000 रुपये बैठती थी. ये कंपनियां इसकी पेशकश 175 रुपये में कर रही हैं. एयरटेल ने सितंबर के पहले सप्ताह से मोबाइल इंटरनेट दरों में बढ़ोतरी शुरू की है. अब उसकी रैक दर वोडाफोन व आइडिया के बराबर हो गई है. हालांकि, यह बढ़ोतरी सिर्फ 33 फीसद है, क्योंकि कंपनी पहले से 10 केबी के लिए 3 पैसे का शुल्क ले रही थी.