- फायर सर्विस डिपार्टमेंट ने प्रपोजल शासन को भेजा

- स्टेट गवर्नमेंट ने जताई सहमति, सेंट्रल का इंतजार

आगरा। यूं तो आपदा कोई नहीं चाहेगा। फिर भी यदि आगरा की मल्टी स्टोरी बिल्डिंग्स में आग या बाढ़ जैसी आपदा आ जाती है तो उसके लिए बमुश्किल 40-50 मिनट में आपकी हेल्प करने के लिए हेलीकॉप्टर आएगा। इसके लिए फायर सर्विस डिपार्टमेंट के प्रपोजल को सेंट्रल गवर्नमेंट से हरी झंडी मिलना शेष है।

फायर सर्विस डिपार्टमेंट ने शासन को भेजा प्रपोजल

प्रदेश के फायर सर्विस डिपार्टमेंट द्वारा एक प्रपोजल बनाकर प्रदेश शासन को भेज दिया है। शासन ने इसको मंजूरी भी दे दी है। अब इसको सेंट्रल होम मिनिस्ट्री की रजामंदी होना बाकी है। आपको बता दें कि विभाग पहले भी इसका प्रपोजल बनाकर भेज चुका है, लेकिन शासन ने इसको मंजूर नहीं किया था। शासन ने इसके पीछे तर्क दिया कि केवल आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर का रखा जाना घाटे का सौदा होगा।

दस लाख रूपये प्रतिमाह होगा खर्च

एक हेलीकॉप्टर की खरीद पर 25-30 करोड़ रुपये तक का खर्च आएगा। हर महीने 10 लाख का खर्च मेंटीनेंस पर आएगा। फायर डिपोर्टमेंट ने ये तर्क रखा कि मल्टीपरपज कार्य के लिए यूज किया जाए तो इस पर विचार किया जा सकता है। लिहाजा फायर सर्विस डिपार्टमेंट ने नए सिरे से प्रपोजल तैयार किया। शासन ने नए प्रपोजल को मंजूरी दे दी।

होगी कंमाडो की तैनाती

इसके लिए कंमाडो की तैनाती की जाएगी। छोटे दो हेलीकॉप्टर्स की खरीद पर 50 से 70 करोड़ रुपये तक का खर्च आएगा। इस कार्य को पीपीपी मॉडल पर किया जाएगा। इंश्योरेंस कंपनियों को भी आमंत्रित किया जाएगा।

अन्य कार्य में आएंगे काम

आगरा। लखनऊ में ये हेलीकॉप्टर्स रखे जाने का प्रावधान तैयार किया गया है। ये सिर्फ आग नहीं बुझाएंगे बल्कि अन्य आपदाओं से निपटने के लिए हर वक्त तैयार रहेंगे। आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि मल्टी स्टोरी बिल्डिंग्स में आग के अलावा यदि बाढ़, भू-स्खलन या आतंकी हमलों में बचाव के लिए किए जाने वाले रेस्क्यू ऑपरेशन में ये हेलीकॉप्टर हेल्प करेंगे।

Posted By: Inextlive