काशी विश्वनाथ मंदिर में ई-पूजा, वर्चुअल दर्शन और डमरू रेडियो योजना अब भी फाइलों में अटकी

- किसी को लाइसेंस की दरकार तो किसी को हाईस्पीड इंटरनेट का है इंतजार

vinod.sharma@inext.co.in

VARANASI

आधुनिक और डिजिटल युग में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर यानी विश्वनाथ धाम में तमाम बदलाव की कोशिश की गई। मंदिर प्रशासन ने देश-दुनिया में मौजूद भक्तों की सुविधा के लिए ई-पूजा, वर्चुअल दर्शन, डमरू रेडियो समेत कई योजनाएं शुरू करने की घोषणा कीं। लेकिन अब भी ये योजनाएं फाइलों में ही फंसी हैं। टेक्निकल दिक्कतों के चलते इन योजनाओं में लेटलतीफी हो रही है। फिलहाल बाबा के भक्तों को अब भी इन योजनाओं का इंतजार है। हालांकि ई टिकट और लाइव दर्शन मिल रहा है।

अभी नहीं बजा डमरू रेडियो

बाबा दरबार की हर गूंज भक्तों तक पहुंचाने के लिए पिछले साल अक्टूबर में मंदिर प्रशासन ने डमरू नाम से सामुदायिक रेडियो सेवा शुरू करने की घोषणा की थी। इस रेडियो के जरिए विदेशों में भी इंटरनेट के जरिए श्री काशी विश्वनाथ की आरती-भजन, मंदिर से जुड़े पर्व-त्योहार की जानकारी, दर्शन-पूजन संबंधी सभी सूचनाएं भक्तों को मिलती। इसके लिए कंपनी का चयन और प्रसारण के लिए लाइसेंस आवेदन किया गया। लेकिन पांच महीने बीतने के बाद भी डमरू रेडियो मौन है। बताया गया कि सूचना प्रसारण मंत्रालय में अभी लाइसेंस स्वीकृत नहीं किया गया है। इसकी वजह से अभी यह योजना शुरू नहीं हो सकी है।

कंप्यूटर से बाहर नहीं आयी ई-पूजा

डिजिटल इंडिया की पहल पर धार्मिक अनुष्ठान और पूजा पाठ भी डिजिटल होने की ओर है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दूर बैठे भक्त विश्वनाथ मंदिर में पूजन-अनुष्ठान के विधान पूरे कर सकेंगे। इसके लिए बाबा विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने ई-पूजा की व्यवस्था शुरू करने की घोषणा की थी। इसके लिए कंपनी चयन की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई, लेकिन यह भी धरातल पर नहीं आ पायी।

वर्चुअल दर्शन भी अधर में

मंदिर प्रशासन ने अमेरिका, यूरोप, दक्षिण पूर्व एशिया, उत्तरी अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, फिजी, मॉरीशस आदि देशों में मौजूद भक्तों के लिए श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए वर्चुअल दर्शन की योजना शुरू करने की घोषणा की। कंपनियों का चयन भी कर लिया गया। मगर बताया गया कि 4जी और 5जी इंटरनेट सेवा से वर्चुअल दर्शन संभव नहीं है। इसके लिए हाईस्पीड वाली इंटरनेट की जरूरत है। इसी वजह से यह योजना भी अटकी है।

आरोग्य मंदिर के कपाट भी बंद

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में कारमाइकल लाइब्रेरी के जमीन पर सितम्बर में आरोग्य मंदिर के नाम से श्रद्धालुओं के लिए अस्थाई अस्पताल खोला गया। इसमें डॉक्टर, नर्स, टेक्नीशियन, पैरामेडिकल स्टाफ की 25 सदस्यों टीम सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक मरीजों की सेवा के लिए उपलब्ध रही। हर दिन औसतन दो सौ से अधिक लोगों का इलाज होता था। 24 जनवरी से इस अस्पताल को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है। बताया गया निर्माण कार्य शुरू होने के कारण यह निर्णय लिया गया है।

इन योजनाओं का है इंतजार

ई-पूजा

वर्चुअल दर्शन

डमरू रेडियो

15

हजार के करीब श्रद्धालु रोजाना करते हैं बाबा का दर्शन

02

लाख से ज्यादा श्रद्धालु महाशिवरात्रि पर करते हैं दर्शन-पूजन

04

गेट हैं मंदिर तक पहुंचने के लिए

04

बार होती है बाबा की आरती

15

सौ से ज्यादा सुगम दर्शन करते हैं भक्त

Posted By: Inextlive