सेंसर बोर्ड के नये चीफ टीवी पर बढ़ती अश्लीलता पर चलायेंगे कैंची
अलग-अलग न हों पैमानें
सेंसर बोर्ड के नव निर्वाचित अध्यक्ष पहलाज निहलानी का कहना है कि, टीवी और इंटरनेट पर अश्लीलता अब काफी आगे बढ़ चुकी है. जिसे अब कंट्रोल करने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि जिस पैमाने पर फिल्मों में अश्लीलता को जज किया जाता है, उसी तरह टीवी और इंटरनेट के कार्यक्रमों को भी इस पैमाने में लाना चाहिये. हालांकि पहलाज ने कहा टीवी पर परोसी जा रही अश्लीलता पर वो सूचना प्रसारण मंत्रालय से चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि, 'फिल्मों की तुलना में टीवी शो को जज करने में दोहरी नीति अपनाई गई है. इसके लेवल को सही किया जाना चाहिये.'
सेल्फ रेगुलेशन का दुरुपयोग
एक रिपोर्ट के मुताबिक पहलाज अब इस मुद्दे को लेकर गंभीरता से चर्चा करना चाहते हैं. उनका कहना है कि, इंटरनेट और लाइव फैशन शो जैसे कुछ टीवी कार्यक्रम में अश्लीलता काफी हद तक परोसी जा रही है.' उन्होंने इसको लेकर एक ही पॉलिसी पर जोर दिया. हालांकि सेंसर बोर्ड अध्यक्ष ने इस मसले पर कार्यक्रम के प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर को जिम्मेदार ठहराया. पहलाज ने कहा कि, लाइव प्रोग्रॉम के प्रोड्यूसर्स से सेल्फ रेगुलेशन की उम्मीद की जाती है, लेकिन वे अब अपनी सीमाओं को लांघ चुके हैं. अब ऐसे में दर्शकों तक साफ-सुथरी इमेज नहीं पहुंच पा रही है, जिसके लिये इस पर कंट्रोल करना आवश्यक हो गया है.
बढ़ सकता है विवाद
आपको बताते चलें कि पहलाज निहलानी द्वारा दिये गये इस बयान को लेकर कुछ विवाद भी सामने आ सकता है. दरअसल टीवी में दिखाये जाने वाले कार्यक्रमों पर कैंची चलाने के लिये एक अलग संस्था बनाई गई है. केबल टेलिविजन नेटवर्क रेगुलेशन एक्ट के जरिये इन कार्यक्रमों को कंट्रोल किया जाता है. वहीं ब्रॉडकास्ट कंटेंट कंप्लेंट्स काउंसिल और न्यूज ब्रॉडकास्टर्स स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी संस्था टीवी शो को रिव्यू करती है. इसके अलावा इन दोनों संस्थाओं के मेंबर्स टीवी और न्यूज इंडस्ट्री से होते हैं.