देश में होली के हॉट स्पॉट, कहीं हथौड़े तो कहीं लट्ठ से होती हैं प्यार भरी होली की शुरुआत
वृंदावन:वृंदावन और मथुरा में होली का एक अनोखा रूप देखने को मिलता है। यहां वसंत पंचमी के दिन से ही होली की शुरुआत हो जाती है जो होली तक बराबर होती है। यहां पर होली राधा कृष्ण के मंदिरों में विशेष रूप से मनाई जाती है। होली के दिन तो यहां मंदिरों में सुबह से ही रंगों से होली खेलने की शुरूआत हो जाती है जो शाम तक चलती रहती है।
यहां भी इस दिन दही हांडी फोड़ने का रिवाज है। जिस समय लड़के मटकी तोड़ने की कोशिश करते हैं उसी समयलड़कियां उन पर रंग डाल उनको हांडी फोड़ने से रोकती हैं। सबसे खास बात तो यह है कि हांडी फोड़ने वाले विजेता को एक साल के लिए होली का राजा घोषित किया जाता है। यह प्रथा यहां पर बरसो पुरानी हा हो चुकी है। गुजरात में आदिवासियों के लिए यह पर्व अधिक खास है।
बनारस की होली भी काफी मशहूर है। यहां पर मंदिरों के अलावा घाटों पर होली मनाई जाती है। बनारस के कुछ बड़े घाटों पर होली गायन होता है। इस दौरान लोग ढोल नगाड़े की थाप पर थिरकत हैं। इसके अलावा गाने आदि भी गाते हैं। जिसे फाग नाम से पुकारा जाता है। इस दौरान इन विशेष घाटों पर लोगों को भांग आदि का भी वितरण किया जाता है।