पुलिस की तीसरी आंख बंद
-शहर के मेन चौराहे में लगे आधे से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे हो गए खराब
-लगातार बढ़ रहा क्राइम का ग्राफ, पुलिस रोक लगाने में नाकाम बरेली: ट्रैफिक सुधारने और क्रिमिनल्स को पकड़ने के लिए तीन साल पहले 20 लाख रुपए खर्च कर शहर के मेन चौराहों समेत पॉश इलाकों में 23 सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए थे, लेकिन आज की डेट में आधे से ज्यादा खराब पड़े हुए हैं। जिससे न तो ट्रैफिक कंट्रोल हो पा रहा है और न ही क्रिमिनल्स पकड़े जा रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे बंद होने से क्रिमिनल्स आसानी से लूट, चोरी और फायरिंग आदि घटनाओं को आसानी से अंजाम देकर भाग जाते हैं। फिर पुलिस जांच की बात कहकर पल्ला झाड़ लेती है। शोपीस बने हैं सीसीटीवी कैमरेशहर के ज्यादातर चौराहों और पॉश इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरे शोपीस बने हुए हैं, लेकिन जिम्मेदारों ने एक बार भी उनकी मेंटीनेंस कराने की जहमत नहीं उठाई। सीसीटीवी कैमरे खराब होने का फायदा उठाकर क्रिमिनल्स आसानी से क्राइम को अंजाम दे देते हैं। वहीं ट्रैफिक व्यवस्था भी ध्वस्त हो चुकी है जिससे पब्लिक को डेली जाम की समस्या से जूझना पड़ता है।
कंट्रोल रूम से होती है निगरानीआमतौर पर शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे की कनेक्टिविटी एसपी सिटी के ऑफिस में बने कंट्रोल रूम है। वहीं कुछ थानों से भी कनेक्ट हैं। जहां से शहर में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जाती है। इससे अगर कोई घटना होती है तो पुलिस को जांच में आसानी होती है। वहीं आपको बता दें कुछ महीने पहले सत्संगी हत्याकांड का खुलासा भी सीसीटीवी की फुटेज से ही हुआ था। उसके बाद भी पुलिस खराब सीसीटीवी कैमरों की अनदेखी कर रही है।
यहां अभी भी नहीं कैमरे शहर के सौ फीटा रोड, सदर कैंट, गांधी उद्यान, सर्किट हाउस चौराहा सहित सार्वजनिक इलाकों में कैमरे नहीं लगे हैं। लिहाजा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस फेल है। ऐसे में महिलाओं का मानना है कि लूटपाट और छेड़खानी की बढ़ती घटनाओं पर लगाम तभी लग सकती है। जब इन सार्वजनिक इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगे हो। इतने सीसीटीवी हो गए खराब चौराहे सीसीटीवी खराब कैमरेबरेली जंक्शन 2 1
चौकी चौराहा 2 2 पटेल चौक 4 2 शील चौराहा 4 1 डीडीपुरम 4 4 कुतुबखाना घंटाघर 3 -सैटेलाइट 4 4
टोटल 23 14 अब तो बाहर जाने में लगता है डर जंक्शन पर अक्सर चोर यात्रियों का समान चोरी कर भाग जाते हैं, लेकिन पुलिस किसी को नहीं पकड़ पाती है। जिससे चोरों के हौसले बढ़े हैं। सुधाकर सैनी बाइक सवार लुटेरे महिलाओं से चेन स्नेचिंग कर भाग जाते हैं। लेकिन कोई भी लुटेरा नहीं पकड़ा गया है। अब तो ज्वैलरी पहनकर निकलने में डर लगता है। दिव्या शर्मा पुलिस हमारी सिक्योरिटी को लेकर बिल्कुल भी मुस्तैद नहीं है। तभी तो सीसीटीवी कैमरे खराब पडे़ हैं। पुलिस को शायद पब्लिक की समस्याओं से कोई मतलब ही नहीं है। अजय शर्मा मामले को संज्ञान में लेकर पुलिस चौराहों पर लगे खराब कैमरों को जल्द ही ठीक कराया जाएगा। -अभिनंदन सिंह, एसपी सिटी