बेंगलुरू में एक रेस्टोरेंट के बाहर हुए बम धमाके के बाद गणतंत्र दिवस परेड में आतंकी किसी तरह का खलल नहीं डाल पाएं इसकी पूरी व्यवस्था की जा रही है. सभी जगह तलाशी व जांच अभियान जारी है. इसी क्रम में सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़ी सफलता हाथ लगने का दावा किया है. सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि नोएडा-दिल्ली सीमा पर उन्होंने कथित तौर पर दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है.

यूपी में देना था लैपटॉप
सूत्रों के अनुसार, 19 दिसंबर 2014 को एक खुफिया ऑपरेशन को अंजाम दिया गया, जिसके बाद नोएडा सेक्टर 14 के एक पेट्रोल पम्प के पास से दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार किए गए कथित आतंकियों के नाम रकतुल्ला व अब्दुल अजीज बताए जा रहे हैं. इन्हें यूपी एटीएस, प. बंगाल एटीएस और आईबी के साझा ऑपरेशन में गिरफ्तार किया गया. इस खुफिया ऑपरेशन की किसी को भनक तक नहीं लगने दी गई थी. दोनों आतंकियों को नोएडा की कोर्ट में 20 दिसंबर को पेश किया गया और फिर उन्हें प. बंगाल ले जाया गया है. सूत्रों के अनुसार, रकतुल्ला बांग्लादेश के फरीदकोट का रहने वाला है और दिसंबर के पहले सप्ताह ही भारत आया था. बांग्लादेश से आए रकतुल्ला को यूपी के सहारनपुर के देवबंद इलाके में रहने वाले अब्दुल अजीज को लैपटॉप देना था.
एजेंसियां पूरी तरह खामोश
आईबी व रॉ के अधिकारियों ने दोनों को आमने-सामने बैठाकर घंटों पूछताछ की, जिसमें दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई अन्य शहरों में आतंकी हमलों की साजिश का पता चला है. आईबी-रॉ की पूछताछ के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस दोनों को कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर ले गई है, लेकिन इस गिरफ्तारी पर सभी एजेंसियां पूरी तरह खामोश हैं. इनसे लगातार पूछताछ कर इनके नेटवर्क और साजिश का पता लगाने में जुटी हैं. सूत्रों का यह भी दावा है कि कई और आतंकी जो बांग्लादेश और नेपाल के रास्ते भारत में दाखिल हुए हैं और वे दिल्ली-एनसीआर में छुपे हो सकते हैं. उनकी तलाश के लिए छापेमारी जारी है.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh