--UPSEE में दस परसेंट कैंडीडेट नहीं पहुंचे एग्जाम देने

-एडमिट कार्ड में छूटे शब्द ने कैंडीडेट्स को लगवाई 20 किमी की दौड़

VARANASI

इंजीनिय¨रग कॉलेजेज में एडमिशन का सपना लिए भावी इंजीनियर्स ने रविवार को राज्य प्रवेश परीक्षा- ख्0क्7 (यूपीएसईई) के लिए एग्जाम सेंटर्स पर जमकर पसीना बहाया। परीक्षा देने पहुंचे किसी कैंडीडेट को मैथ्स तो किसी को फिजिक्स ने उलझाया। अधिकतर छात्र मैथ्स के सवालों में ऐसा फंसे कि उनकी टाइमिंग गड़बड़ा गई। जबकि परीक्षार्थियों के लिए केमेस्ट्री के पेपर ने राहत दी। निगेटिव मार्किंग न होने के कारण इस बार परीक्षार्थियों ने लगभग सभी क्वैश्चंस को सॉल्व किया।

ख्फ् सेंटर्स पर क्ख्8भ्ख् ने दिया एग्जाम

एंट्रेंस एग्जाम को क्ख्8भ्ख् कैंडीडेट्स के लिए ख्फ् सेंटर्स बनाए गए थे। एग्जाम के लिए बने नोडल सेंटर यूपी कॉलेज को बनाया गया था। नोडल सेंटर इंचार्ज ने बताया कि लगभग दस परसेंट कैंडीडेट्स ने परीक्षा छोड़ दी। सेकेंड शिफ्ट में कम कैंडीडेट्स रहे। डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्नीकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ की ओर से एंट्रेंस एग्जाम आयोजित हुआ।

सेंटर के नाम ने छकाया

इस बार एक एग्जाम सेंटर का नाम अधूरा छपने के कारण परीक्षार्थियों को खूब परेशानी उठानी पड़ी। हुआ यह कि आयोजकों ने नेवादा गौराकला, चिरईगांव के संत केसी मेमोरियल स्कूल को एग्जाम सेंटर बनाया था। लेकिन एडमिट कार्ड में चिरईगांव के स्थान पर सिर्फ चिरई छपा था। दूसरे जिले से आए कैंडीडेट गफलत में चितईपुर पहुंच गए। वहां जाने पर जब पता चला कि सेंटर चिरईगांव में है तब हांफते हुए कैंडीडेट परीक्षा केंद्र पहुंचे। इस बार एंट्रेंस एग्जाम को लेकर डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन से लेकर आयोजक तक काफी सख्त दिखे। अभ्यर्थियों की परीक्षा केंद्रों पर बॉयोमिट्रिक हाजिरी लगवाई गई थी। आइडी प्रूफ की चेकिंग के बाद ही एग्जाम सेंटर्स पर एंट्री दिया जा रहा था।

Posted By: Inextlive