कैलीफ़ोर्निया की एक महिला का गूगल ग्लास पहन कर गाड़ी चलाने पर चालान कर दिया गया.


तीस अक्तूबर को तेज़ गति से और चश्मा पहनकर गाड़ी चलाते समय अबादेई का चालान कर दिया गया. अबादेई पर कैलीफ़ोर्निया का क़ानून तोड़ने का आरोप है, जिसके तहत ड्राईविंग करते समय टीवी देखने पर रोक है.अबादेई अब इसको लेकर क़ानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रही हैं. उनका कहना है कि जब वह गाड़ी चला रही थीं उस समय उनका चश्मा बंद था.जबकि अबादेई अपना अनुभव बांटने के लिए गूगल प्लस नेटवर्क पर अपने पन्ने का इस्तेमाल कर रही है, साथ ही उन्होंने अपने चालान की तस्वीर भी पोस्ट की है.चालान में पुलिस ने अबादेई पर सेन डियागो में 104 किमी प्रति घंटा वाले क्षेत्र में 128 किमी प्रति घंटा की रफ्तार और गूगल चश्मा लगा कर गाड़ी चलाने का आरोप लगाया गया है.बीबीसी के संपर्क करने पर कैलीफ़ोर्निया राजमार्ग पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि यह राज्य वाहन संहिता 27602 का उल्लंघन है.


गाड़ी चलाना ख़तरनाकजबकि गूगल प्लस पर अबादेई ने कहा कि उसे रोकने वाले यातायात अधिकारी ने कहा कि गूगल चश्मा पहन कर गाड़ी चलाना ख़तरनाक हो सकता है, क्योंकि इन्हें पहनने से उन्हें सड़क और सामने से आने वाले दूसरे वाहन नहीं दिखाई दे सकते हैं.

अपनी सफ़ाई देते हुए अबादेई ने कहा कि वह गाड़ी चलाते समय नियमित रूप से इस चश्मे का इस्तेमाल करती है, लेकिन कभी भी खोलती नहीं है.गूगल चश्मा आवाज़ और छूने द्वारा कंप्यूटर से नियंत्रित होता है, जो चश्मे के लेंस और इससे पहनने वाले की आईलाइन पर सूचना दिखाता है.जबकि गूगल प्लस पर अबादेई के पन्ने पर टिप्पणियां करते हुए कई लोगों ने कहा कि गूगल चश्मा यदि नक्शे, जीपीएस दिखाने या चालक की दृष्टि बढ़ाने में सहायक हो तो 27602 संहिता के अवपादों के तहत आ सकता है.इसके साथ ही कुछ लोगों ने चालान के ख़िलाफ़ किसी तरह की क़ानूनी लड़ाई लड़ने में अबादेई की आर्थिक रूप से मदद करने की भी पेशकश की है.

Posted By: Subhesh Sharma