सरगना का भाई आरोपी सिपाही पकड़ा टीईटी पेपर आउट प्रकरणअलीगढ़ के प्राथमिक स्कूल का शिक्षक है सरगना सिपाही और शिक्षक हैं सगे भाई एसटीएफ ने पकड़ा सिपाही ने स्वीकारी पत्नी के परीक्षा में शामिल होने की बात प्रिटिंग प्रेस या पैकेजिंग करने वालों से प्रश्न पत्र लेने का मामला आ रहा है सामने.


आगरा( ब्यूरो). यूपीटीईटी पेपर लीक प्रकरण में एसटीएफ के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। एसटीएफ ने आगरा से अलीगढ़ के रहने वाले सरगना शिक्षक निर्दोष के भाई को गिरफ्तार कर लिया है। सरगना का भाई सिपाही है और आगरा में तैनात है। हालांलि एसटीएफ ने अभी सिपाही की गिरफ्तारी को उजागर नहीं किया है। आगरा में तैनात है सिपाही सूत्रों के मुताबिक यूपीटीईटी पेपर लीक प्रकरण का सरगना निर्दोष अलीगढ़ के एक प्राथमिक स्कूल में शिक्षक है। निर्दोष का भाई उपदेश यूपी पुलिस में सिपाही है और आगरा में तैनात है। पेपर आउट होने के बाद से दोनों भाई फरार हैं। एसटीएफ दोनों भाइयों के अलावा शिक्षक के एक अन्य साथी की तलाश में लगी थी। वहीं, बुधवार एसटीएफ ने सिपाही को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। एसटीएफ उससे पूछताछ कर रही है। दोनों भाइयों के खिलाफ बैठी जांच


एसटीएफ की टीम ने अलीगढ़ जनपद के हजियापुर टप्पल निवासी गौरव मलान की गिरफ्तारी के बाद साफ कर दिया है कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का पेपर लीक कराने वाला सरगना अलीगढ़ के गोंडा गांव का निर्दोष है। निर्दोष अलीगढ़ के प्राथमिक स्कूल में शिक्षक है। निर्दोष का भाई उपदेश चौधरी यूपी पुलिस में सिपाही है और वर्तमान में आगरा में तैनात है। उपदेश की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने तफ्तीश तेज कर दी है। पूछताछ में उसने बताया कि परीक्षा में उसने अपनी पत्नी को लीक पेपर सौंपा था। दोनों भाईयों की नौकरी किस तरह लगी है? इसकी जांच की एसटीएफ कर रही है। मेरठ टीम कर रही तफ्तीश पेपर आउट करने का मुख्य आरोपी निर्दोष और उसके साथी विष्णु को बताया गया है। एसटीएफ की मेरठ यूनिट के सीओ ब्रिजेश सिंह ने बताया कि गौरव मलान ने अलीगढ़ से पढ़ाई की है। पढ़ाई के दौरान उपदेश से उसकी दोस्ती हुई थी। उपदेश ने ही उसे निर्दोष से मिलवाया था। निर्दोष ने गौरव मलान को 5 लाख में पेपर दिया था। रकम गौरव मलान ने निर्दोष के साथी विष्णु को दी थी। निर्दोष से पेपर लेने के बाद गौरव मलान ने रवि, धर्मेंद्र, बबलू और मोनू को 2-2 लाख में पेपर बेच दिया था। जांच में पता चला है कि प्रिटिंग प्रेस या पैकेजिंग करने वाले लोगों से आरोपियों ने पेपर खरीदा था।पत्नी को परीक्षा में बैठाया

एसटीएफ की पूछताछ में निकलकर आया कि गिरफ्त में आए सिपाही उपदेश ने अपनी पत्नी को परीक्षा में शामिल कराया था और उसे लीक पेपर भी सौंपा था। सूत्रों के मुताबिक इस प्रकरण में आगरा पुलिस उपदेश के खिलाफ विभागीय कार्रवाई कर रही है। इस संबंध में एसएसपी सुधीर कुमार से जानकारी का प्रयास किया किंतु उनके सीयूजी नंबर से बात नहीं हो सकी। प्रिटिंग प्रेस तक पहुंचा निर्दोषदिल्ली की चहेती कंपनी को नियमों को दरकिनार कर प्रश्नपत्र मुद्रण का काम देने के दोषी पाए गए परीक्षा नियामक प्राधिकारी के निलंबित सचिव संजय उपाध्याय को बुधवार गिरफ्तार कर लिया गया है। एसटीएफ की पड़ताल में निकलकर आया कि पेपर एजेंसी बाहर से पेपर का मुद्रण और पैकजिंग करा रही थी और यहीं से यह निर्दोष के हाथ लगा। सवाल है कि आखिर निर्दोष प्रिटिंग प्रेस तक कैसे पहुंचा? उसे पेपर छपाई करने वाले प्रिटिंग प्रेस की जानकारी कैसे मिली? सचिव की गिरफ्तारी के बाद इस पूरे प्रकरण में विभाग की भी मिलीभगत सामने आ गई है। सरगना निर्दोष समेत अन्य आरोपियों की धरपकड़ के लिए एसटीएफ दबिश दे रही है।

Posted By: Inextlive