ALLAHABAD: आरपीएफ इंस्पेक्टर आरएस चाहर की रिश्वतखोरी का स्टिंग में भंडाफोड़ होने के बाद रेलवे महकमे में हडकंप मच गया. जिस बेबाक अंदाज में चेन पुलिंग करने वाले स्टूडेंट्स से इंस्पेक्टर ने सौदा किया उससे आरपीएफ की वर्किंग सवालों के घेरे में आ गई है. सूबेदारगंज स्थित नार्थ सेंट्रल रेलवे के हेडक्वार्टर में आर्गनाइज आरपीएफ की क्राइम मीटिंग में भी यह मुद्दा छाया रहा. देर शाम सीएससी अनूप श्रीवास्तव ने चाहर को छिवकी आरपीएफ थाना इंचार्ज पद से बाहर का रास्ता दिखा दिया.


कार्रवाई हर हाल में होगी

सीएससी अनूप श्रीवास्तव ने कहा कि फोर्स में किसी भी तरह की रिश्वतखोरी बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि आई नेक्स्ट ने जो स्टिंग पब्लिश किया है उसकी जांच बैठा दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद हर हाल में कार्रवाई की जाएगी। इंस्पेक्टर जांच को प्रभावित न कर सकें, इसे ध्यान में रखते हुए उन्हें छिवकी स्टेशन से हटा दिया गया है। उन्हें भेजा कहां गया है? इसका कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा कि यह विभागीय मामला है।

पिछली जांच की भी मांगी रिपोर्ट

चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर ने बताया कि इंस्पेक्टर के खिलाफ पहले भी कई कम्प्लेंट मिली है। इनकी जांच चल रही है। रिश्वतखोरी के ताजा मामले को देखते हुए सीएससी ने पिछली कम्प्लेंट पर हुई जांच की रिपोर्ट भी आफिसर्स से मांग ली है। बता दें कि आरपीएफ छिवकी इंस्पेक्टर आरएस चाहर को विभाग द्वारा 10 बार से ज्यादा चार्जशीट दी जा चुकी है। सीएससी लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर इंस्पेक्टर को दूसरे जोन में ट्रांसफर की संस्तुति भी कर चुके हैं।

हर जुबान पर एक ही बात

आई नेक्स्ट में छिवकी इंस्पेक्टर का स्टिंग पब्लिश होने के बाद पूरे दिन रेलवे व आरपीएफ ऑफिसर्स में यही मुद्दा छाया रहा। ट्यूजडे को कुंभ की तैयारियों को जायजा लेने के लिए सांसदों का दल इलाहाबाद पहुंच रहा है। ऐसे में ऑफिसर्स भी डरे हुए हैं कि कहीं सांसद के सामने आरपीएफ इंस्पेक्टर की रिश्वतखोरी का प्रकरण न उठ जाए।

Flash Back

25 मई को रीवां जा रही रीवांचल एक्सपे्रस कुछ छात्रों ने चेन पुलिंग करके रोक दी थी। ये स्टूडेंट्स आरपीएफ की पकड़ में आ गए। स्टूडेंट्स ने गलती स्वीकारते हुए माफ करने की बात कही तो इंस्पेक्टर आरएस चाहर ने उन्हें हड़काना शुरू कर दिया। बाद में उन्होंने स्टूडेंट्स को छोडऩे के एवज में चार हजार रुपए की डिमांड की।

अज्ञात लोगों पर दर्ज कराया धमकी देने का मुकदमा

इधर, चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर ने आरएस चाहर को दूसरी जगह भेजने का फरमान जारी किया। उधर, आरोपी इंस्पेक्टर नैनी थाना पहुंच गए। उन्होंने अज्ञात लोगों के खिलाफ धमकी देने की एफआईआर दर्ज कराई है। नैनी प्रभारी ने बताया कि आरपीएफ इंस्पेक्टर ने मंडे को करीब 11 बजे एफआईआर दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने एक मोबाइल नंबर लिखा है जिससे आए एक फोन पर उन्होंने धमकी देने का आरोप लगाया है। पुलिस जांच कर रही है। लेकिन, यह बात समझ में नहीं आई की स्टिंग पब्लिश होने के तुरंत बाद आखिर छिवकी इंस्पेक्टर को किसने धमकी दे दी? 

Report by- Ajeet Pratap Singh

Posted By: Inextlive