-संगम तट पर नरंकारी संत समागम में बोले बाबा हरदेव सिंह

-निरंकारी मिशन के संरक्षक समेत कई अन्य संत हुए शामिल

ALLAHABAD: मानव में मानवता लुप्त हो रही है। इसका कारण भौतिकता की दौड़ में आध्यात्मिकता का पीछे होना है। इन्सान शारीरिक जरूरतों की पूर्ति के लिए प्रयत्‍‌नशील तो है, लेकिन आत्मिक जरूरतों की पूर्ति के लिए पीछे हो गया है। ये बाते सैटरडे को संगम क्षेत्र में संत निरंकारी मंडल की ओर से आयेाजित संत समागम के दौरान मिशन के संरक्षक सद्गुरू बाबा हरदेव सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि इंसान जिस काम के लिए धरती पर आया है, यदि वे काम शरीर रहते पूरा कर लिया है तो उसका जन्म लेना मुबारक है, क्योंकि इस मानव शरीर में ही आत्मा अपने मूल परमात्मा का बोध कर सकती है। संत समागम में उन्होंने जीवन के रहस्यों से जुड़े कई विषयों पर चर्चा की।

चार शहरों से पहुंचे अनुयायी

संत समागम में शामिल होने के लिए प्रदेश के चार शहरों से सैकड़ो की संख्या में अनुयायी पहुंचे। इसमें वाराणसी, कानपुर, बांदा व इलाहाबाद के लोग शामिल थे। इस दौरान अपने अनुयायियों को संदेश देते हुए निरंकारी मिशन के संरक्षक बाबा हरदेव सिंह ने कहा कि भक्त केवल प्रार्थनाएं ही नहीं करते बल्कि सबके भले के लिए यत्न भी करते हैं। जो लोग प्रभु को अपने जीवन का आधार बना लेते हैं, प्रभु के दैवीय गुणों को अपना लेते है। प्रभु उनके हृदय में बसते हैं। उन्होंने समागम के दौरान लोगों को गरीबों व असहायों की मदद करने का संदेश भी दिया। इस मौके पर भक्तों ने भजन, गीत व विचार के माध्यम से अपनी भावनाएं प्रकट की। समागम के दौरान जोनल इंचार्ज अशोक कुमार सचदेव ने आभार प्रकट किया। संचालन अजय इलाहाबादी ने किया। इससे पहले निरंकारी भवन पर पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। उनकी एक झलक पाने को पहुंचने वालों में बड़ों के साथ बड़ी संख्या में स्कूली छात्राएं भी थीं।

Posted By: Inextlive