टीचर्स के सिर टेंडर विज्ञापन का खर्च
फैक्ट फाइल
2477 है जिले में प्राथमिक स्कूलों की कुल संख्या 1001 है जिले में कुल सीनियर प्राइमरी स्कूलों की संख्या 89 है सिटी में कुल प्राइमरी स्कूलों की संख्या 33 है सिटी में सीनियर प्राइमरी स्कूलों की संख्या 167 या उससे अधिक स्टूडेंट होने पर ही टेंडर होगा 600 रुपए है निर्धारित एक बच्चे के दो पीस यूनिफार्म के लिए 20,000 से एक लाख रुपए तक के खर्च पर लेना होगा कई फर्म से कोटेशन 01 लाख से अधिक के खर्च पर निकालना होगा टेंडर 15 जुलाई तक स्कूलों में यूनिफार्म वितरण का है निर्देश -शासन की ओर से नहीं जारी हुआ टेंडर विज्ञापन के लिए कोई भी बजट prayagraj@inext.co.inPRAYAGRAJ: बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित बेसिक व सीनियर बेसिक स्कूलों में नि:शुल्क यूनिफार्म वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए टेंडर प्रणाली शुरू की गई है। टेंडर निकालने की जिम्मेदारी स्कूल के हेडमास्टर या प्रभारी हेडमास्टर को दी गई है। इस टेंडर का विज्ञापन निकालने का भी निर्देश दिया गया है। लेकिन इस विज्ञापन का खर्च कहा से आएगा। इसको लेकर कोई भी निर्देश नहीं है। ऐसे में इस विज्ञापन का खर्च टीचर्स या फिर स्कूल के हेड मास्टर को अपनी जेब से उठाना पड़ रहा है।
15 जुलाई तक पूरी करनी है प्रक्रिया
परिषदीय स्कूलों में नि:शुल्क यूनिफॉर्म वितरण की प्रक्रिया पूरी करने के लिए शासन की तरफ से 15 जुलाई का टारगेट दिया गया है। सिटी के टीचर्स ने बताया कि पहले से कई चीजों के लिए टीचर्स अपनी जेब से खर्च करते हैं। शौचालय या स्कूल की सफाई के लिए भी कोई बजट नहीं होता है। ऐसे में टेंडर निकालने के लिए भी न्यूज पेपर में दिए जाने वाले विज्ञापन के खर्च का बोझ भी टीचर्स के ऊपर आ गया है। इस बारे में किसी भी अधिकारी से पूछो तो कोई सही जवाब नहीं देता। वर्जन सभी स्कूलों को कंपोजिट ग्रांट मिली है। टीचर्स टेंडर विज्ञापन का खर्च कंपोजिट ग्रांट का खर्च दे सकते हैं। -ज्योति शुक्ला नगर शिक्षा अधिकारी