कुंभ में पांच सौ हेक्टेयर की स्पेशल सुविधा
-संगम की रेती पर अगले वर्ष लगने जा रहा है कुंभ
-जमीन के ले-आउट की तैयारियों में जुटा मेला प्रशासन ALLAHABAD: संगम की रेती पर अगले साल होने वाले कुंभ की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। इसकी बड़ी वजह ये मानी जा रही है कि पीएम नरेन्द्र मोदी से लेकर उप्र के सीएम योगी आदित्यनाथ कई अवसरों पर कुंभ को भव्य व दिव्य बनाने का वादा कर चुके हैं। इस बार बढ़ेगा काफी एरिया संगम की रेती पर वर्ष 2013 में बारह वर्ष बाद कुंभ मेला का आयोजन हुआ था। तब मेला क्षेत्र दो हजार हेक्टेयर में बसाया गया था। इसका दायरा संगम नोज से लेकर बक्शी बांध के समीप स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक के सटे एरिया तक था। आगामी कुंभ में जमीन का दायरा दो हजार से बढ़ाकर ढाई हजार हेक्टेयर करने का लक्ष्य रखा गया है। शिवकुटी और अरैल तक नजरयूनेस्को की ओर से कुंभ मेला को सांस्कृतिक धरोहर की सूची में शामिल किए जाने के बाद इसका महत्व और ज्यादा बढ़ गया है। अत्यधिक भीड़ जुटने की संभावना को देखते हुए मेला प्रशासन जमीन का ले आउट तैयार कर रहा है। मेला बसाने के लिए शिवकुटी से आगे तक और अरैल एरिया में जमीन के सर्वे का काम किया जा रहा है।
फैक्ट फाइल
1700
बीघा में बसाया गया था इस बार का माघ मेला 05 सेक्टरों में विभाजित किया गया था पूरे माघ मेला को 2000 हेक्टेयर में बसाया गया था कुंभ 2013 का मेला 14 सेक्टरों में विभाजित किया गया था 2013 के कुंभ मेला को 2500 हेक्टेयर में बसाने की तैयारी है कुंभ मेला 2019 को 17 सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा कुंभ मेला 2019 मेला बसाने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। अभी तो फिलहाल पांच सौ हेक्टेयर दायरा बढ़ाने की योजना बनाई गई है। उसी के हिसाब से मेला का एरिया तय किया जाएगा। लेकिन जमीन चिन्हित किए जाने के बाद इसका दायरा और बढ़ाया जा सकता है। -विजय किरण आनंद, कुंभ मेलाधिकारी