Allahabad : दिखने में ये आम बच्चों जैसे हैं. मासूमियत इनके चेहरे से झलकती है. हालांकि इनके कारनामे ऐसे हैं कि बड़े-बड़े पीछे छूट जाएं. चोरी लूट और यहां तक ट्रिपल मर्डर जैसी संगीन वारदातों में भी ये शामिल हैं. जरायम की दुनिया में लगातार इनका दखल बढ़ता ही जा रहा है. अपनी उम्र के चलते ही ज्यादातर बार ये पुलिस के चंगुल से भी निकल जाते हैं. अफसोस ये कि पुलिस भी इनके खिलाफ कुछ कर नहीं पाती.

चोरी की नीयत से घुसे थे
लोगों को चूना लगाने वाले ऐसे ही छोटू कीडगंज में पकड़े गए थे। रात दो बजे सीनियर सिटीजन दीपक मुखर्जी अपने घर में सो रहे थे। इसी बीच उनके घर में तीन टीनएजर दाखिल हुए। आवाज सुनकर दीपक जगे और उन्होंने शोर मचाया। डर कर तीनों टीनएजर भागकर थर्ड फ्लोर पर जाकर छिप गए। हालांकि मौके पर जमा लोगों ने उन्हें पकड़ लिया.
पुलिसवाले भी हैरान रह गए

दीपक की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को थाने ले आई। पूछताछ में जो खुलासा हुआ, उसे सुनकर पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। गब्बर, राजेश और अमर नाम के इन टीनएजर्स ने बताया कि वे अब तक दर्जनों चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। घटना को अंजाम देने का उनका तरीका भी किसी प्रोफेशनल चोर सरीखा ही था। तीनों ने बताया कि वे लोहे की सरिया लेकर चलते थे। इसी सरिया की मदद से कोई भी ताला बड़ी आसानी से वे तोड़ देते थे। इसके बाद बड़ी सफाई से घर का माल साफ कर दिया करते थे.
ट्रेस करना बहुत मुश्किल
पुलिस सोर्सेज बताते हैं कि ऐसे छोटुओं को टे्रस करना पुलिस के लिए काफी मुश्किल होता है। सिटी में टप्पेबाजी, पर्स चोरी, बाइक चोरी में भी इनका इनवॉल्वमेंट सामने आया है। इनकी उम्र का फायदा बड़े अपराधी भी उठाते हैं। वे शातिर तरीके से बड़ी वारदातों को इनके थ्रू अंजाम देते हैं। पुलिस किसी आरोपी बच्चे को पकड़ती भी है तो उम्र के चलते उसे छोडऩा उसकी मजबूरी हो जाती है। ऐसे में छूटने के बावजूद वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आते। पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेशकर बाल सुधार गृह भेज दिया।

ट्रिपल मर्डर तक के आरोपी
पिछले कुछ सालों में बाल सुधार गृह में बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। खास बात ये है कि इनमें कई संगीन मामलों के आरोपी भी हैं। बाल सुधार गृह ऑफिसर ने बताया कि प्रजेंट में यहां 90 बच्चे संगीन आरोपों में बंद हैं। एक ऐसा है जिस पर ट्रिपल मर्डर का आरोप है। इसके अलावा मर्डर, रेप, चोरी, लूट के भी आरोपी यहां रखे गए हैं।

साइबर क्राइम में भी शामिल
सिविल लाइंस पुलिस ने भी तीन बच्चों को साइबर क्राइम के आरोप में पकड़ा था। तीनों इंटरनेट फैमिलियर थे। आरोप है कि इन्होंने किसी दूसरे के एटीएम कार्ड का नंबर नोट करके उससे ऑनलाइन शॉपिंग की थी। इसी तरकीब से मूवी टिकट बुक कराने के बाद ये इसे ब्लैक करने में लगे थे। इसी दौरान नजर पडऩे पर सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। माइनर होने के कारण पुलिस ने इन्हें छोड़ दिया। हालांकि इनके खिलाफ साइबर क्राइम का मामला दर्ज किया गया था।

Posted By: Inextlive