जितनी बिजली खर्च, उतना ही देना होगा पैसा
इंडस्ट्रीज को मिली बड़ी राहत, सरकार ने उद्यमियों की मांग की पूरी
PRAYAGRAJ: कोरोना महामारी के कारण आए संकट को देखते हुए बिजली विभाग ने इंडस्ट्रीज, डोमेस्टिक कंज्यूमर्स और किसानों को बिजली के बिल में राहत दी है। इसके मुताबिक इस दौरान कंज्यूमर्स जितना यूनिट यूज करेंगे, सिर्फ उतने का ही पैसा देना होगा। इसके अलावा कोई एक्सट्रा चार्ज नहीं देना होगा। पहले क्या आ रही थी दिक्कत -कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते बिजली विभाग ने पहले आदेश जारी किया था कि मीटर रीडिंग नहीं हो पाएगी। -सभी कंज्यूमर्स पिछले तीन माह के बिजली खर्च के आधार पर मार्च, अप्रैल और मई माह का बिल जमा करेंगे। -इसके बाद बंद पड़ी छोटी-बड़ी इंडस्ट्रीज व अन्य व्यावसायिक के लोग परेशान हो गए।-जिसके बाद ईस्टर्न यूपी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विनय कुमार टंडन ने मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री को ईमेल और ट्विटर के जरिए समस्या के बारे में बताया।
-इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने इंडस्ट्रीज एवं अन्य व्यावसायिक और घरेलू उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। इन्हें मिली है बड़ी राहत नवीन साइंटिफिक इंडस्ट्रीज (प्रयोगशाला उपकरण सप्लायर) भारत इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज (मैकेनिकल प्लांट) मॉडर्न पाइप इंडस्ट्रीज (मैन्युफैक्चरर पाइप) गिरधारी लाल काशीराम (फूड प्रोसेसिंग कंपनी)जेके टायर इंडस्ट्रीज लिमिटेड
जीतेंद्र इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज (स्टील फैब्रिकेटर) ग्रासिम इंडस्ट्रीज (कांक्रीट ठेकेदार) जीएन फार्मास्यूटिकल्स (दवाई कंपनी) इलाहाबाद टेंट इंडस्ट्रीज (टेंट किराया सेवा) त्रिवेणी इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज (चीनी कारखाना) जय इंडियन पैकर्स माधवपुर खरकौनी (पैकेजिंग कंपनी) नंदी ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज (आटा चक्की) बजाज एंड कंपनी (कागज वितरक) इन मॉल्स को भी फायदा नाम--आम--दिनों में--लॉकडाउन में बिग बाजार 23 लाख 2 से 3 लाख विनायक सिटी सेंटर 35 लाख 4 से 5 लाख रिलायंस मॉल 14 लाख 1 से 1.5 लाख विशाल मेगा मार्ट 19 लाख 3 से 3.5 लाख इन होटल्स को राहत नाम--आम दिनों में--लॉकडाउन में रीजेंसी होटल 2.5 लाख 30 से 40 हजार कान्हा श्याम होटल 4.8 लाख 60 से 80 हजार मिलन होटल 2.1 लाख 30 से 40 हजार यात्रिक होटल 2 लाख 30 से 35 हजार द लीजेंड होटल 3.5 लाख 50 से 70 हजार इंडस्ट्रीज के लिए राहत की बात तो है, लेकिन अभी सरकार की तरफ से कोई लिखित आदेश नहीं आया है। लॉकडाउन में इंडस्ट्रीज बंद पड़े हैं। ऐसे में नुकसान तो हो ही रहा है। ओपी यादव, मुख्य अभियंतासभी व्यापार बंद पड़े हैं। यहां तक कि सरकार सभी कर्मचारियों को सैलरी टाइम पर देने की बात कही हैं। ऊपर से बताया गया कि पिछले तीन माह के खपत के आधार पर बिल लिया जाएगा। व्यापारियों में चिंता का विषय बना हुआ था। लेकिन मुख्यमंत्री से लेकर ऊर्जा मंत्री तक को मेल व लेटर लिखकर समस्या बताया गया। उसके बाद सरकार ने कुछ राहत दी हैं।
-विनय कुमार टंडन, अध्यक्ष इस्टर्न यूपी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज