रिजेक्शन से लगता है डर
-डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन बना है सिरदर्द, नियमों में किया गया है बदलाव
-केवल दो दिन का बचा है समय, पता नहीं चल रहा है सीटों का स्टेटस PRAYAGRAJ: यूपी नीट काउंसिलिंग के सेकंड राउंड में आने वाले कैंडिडेट्स को रिजेक्शन का डर सता रहा है। काउंसिलिंग के नियमों में बदलाव होने के बाद पता नहीं कौन सा डाक्यूमेंट उन्हें एडमिशन लेने से रोक दे, यह उन्हें भी नहीं पता है। हालांकि जिनके डॉक्यूमेंट रिजेक्ट हुए हैं उन्हें एडमिशन के लिए 28 जुलाई को एक और मौका दिया गया है। सर मेरा ओपेन में कन्वर्ट कर दीजिएहालात यह हैं कि इस बार ईडब्ल्यूएस के लागू होने के बाद इसे बनवाने में कैंडिडेट्स की सांस फूल रही है। अधिकतर मामलों में यह प्रमाण पत्र तहसीलों में दलालों के जरिए बनवाए जा रहे हैं। यही कारण है कि ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र में कमी निकलने पर वह ओपन में एडमिशन ले रहे हैं। वह रिजेक्शन से बचने के लिए ऐसा कर रहे हैं। ओपन में कम से कम उन्हें किसी कॉलेज में सीट एलॉट हो सकती है। शुक्रवार को कुछ ऐसे भी कैंडिडेट्स मिले जिन्होंने फर्स्ट राउंड में ओपन सीट में एडमिशन लिया था। उन्होंने सेकंड राउंड में इसे ईडब्ल्यूएस में कन्वर्ट करा लिया। ईडब्ल्यूएस में स्टेट काउंसिलिंग में उनकी पूर्व में जमा की गई सिक्योरिटी मनी भी लैप्स होने से बच गई।
दिनभर लग रहा बैंक का चक्कर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन रिजेक्शन का दूसरा बड़ा कारण बना हुआ है। शासन ने नेशनलाइज्ड बैंक से ही सिक्योरिटी मनी का ड्राफ्ट बनवाने को कहा है। पिछले साल ऐसा नहीं होने से कैंडिडेट इस बार प्राइवेट बैंक का ड्राफ्ट लेकर आ रहे हैं। उनको तत्काल लौटाया जा रहा है। यही कारण है कि फर्स्ट राउंड में रिजेक्ट हुए 42 कैंडिडेट ने सेकंड राउंड के पहले दिन गुरुवार को एमबीबीएस में एडमिशन कराया है। अब इस राउंड में भी ऐसी गलतियां सामने आने से कैंडिडेट को दिनभर नेशनल बैंकों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। बॉक्स हमें तो प्राइवेट में दिला दीजिए सीटफर्स्ट राउंड में ऐसे बहुत से कैंडिडेट थे जिनको सीट एलॉटमेंट नहीं हो सका। रैंक बेहतर नहीं होने से उनको इस बार प्राइवेट कॉलेजों में एमबीबीएस करने का मौका मिल रहा है। ऐसे में उनसे दो लाख रुपए सिक्योरिटी मनी का ड्राफ्ट जमा कराया जा रहा है। इस काउंसिलिंग में भी यही देखने में मिल रहा है। रिजेक्शन से बचने के लिए लोग अपना कनवर्जन प्राइवेट कॉलेज में करा रहे हैं। बता दें कि प्राइवेट कॉलेज में डेंटल की सिक्योरिटी मनी एक लाख रुपए और सरकारी कॉलेजों में 30 हजार रुपए निर्धारित की गई है।
एक नजर में सेकंड राउंड काउंसिलिंग दस्तावेज सत्यापन अनुसूची- 25 जुलाई से 28 जुलाई 2019 तक चॉइस फिलिंग- 29 जुलाई से 31 जुलाई 2019 तक काउंसिलिंग परिणाम रिलीज- 2 अगस्त 2019 आवंटन पत्र डाउनलोड- 5 से 9 अगस्त 2019 तक वर्जन जिनका डॉक्यूमेंट अधूरा है उनको 28 जुलाई को बुलाया गया है। अगर उस डेट में वह एडमिशन कराने नही आए तो फिर दिक्कत हो सकती है। नियमों में बदलाव से कुछ प्रॉब्लम हो रही हैं। -डॉ। आरबी कमल, इंचार्ज, नीट काउंसिलिंग एमएलएन मेडिकल कॉलेज