-बाढ़ शिविर से लौटने के बाद घर की साफ-सफाई में बीता पहला दिन, अंदर का कचरा बाहर आने के बाद जाम हुई सड़कें

PRAYAGRAJ: आठ दिन तक शिविर में रहने के बाद बुधवार को लोग घर लौटे तो माथा घूम गया। चारों ओर गंदगी का ढेर और तेज दुर्गध से जीना मुहाल था। उनका पूरा दिन घर की साफ-सफाई में बीता। उधर, घरों का कचरा सड़कों पर फेंक दिए जाने के बाद दूसरी समस्या सामने आ गई। लोगों का सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया था। ऐसे में पूरा दिन लोगों का रहने लायक व्यवस्था बनाने में बीत गया।

एक हजार परिवार लौटे हैं घर

शहर के 13 शिविरों में आठ दिनों से एक हजार परिवार ठहरे हुए थे। इनमें शामिल हजारों लोग मंगलवार और बुधवार को अपने घर लौटे हैं। इनकी सबसे बड़ी समस्या घरों में पसरी गंदगी है। इसके लिए उन्होंने साफ-सफाई करने के साथ स्वास्थ्य विभाग से ब्लीचिंग व दूसरे कीटनाशक छिड़काव की मांग की है। राजापुर की रहने वाली रोजा ने कहा कि अगर जल्द ही दवाओं का छिड़काव नहीं किया गया तो बीमारियां फैल सकती हैं।

मलेरिया और डेंगू दे सकते हैं दस्तक

बाढ़ का पानी लौटने के बाद जगह-जगह जलभराव और गंदगी का अंबार लगा है। अगर रेस्क्यू नहीं चलाया गया तो इनमें मच्छरों के लार्वा पनप कर मलेरिया और डेंगू भी फैला सकते हैं। मक्खियों की अधिकता होने पर टाइफाइड और पीलिया जैसी बीमारियां भी दस्तक देंगी। ऐसे में राजापुर, सलोरी, ओम गायत्री नगर, बघाड़ा आदि इलाकों में बुधवार को लोगों को स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीमों का इंतजार था। हालांकि लोगों ने घर की साफ-सफाई का काम पूरा कर लिया। अब उनको सीलन और सड़क की गंदगी से दिक्कत हो रही है।

वर्जन

हमारी ओर से पोस्ट फ्लड रेस्क्यू के लिए टीमें लगाई गई हैं। दवा का छिड़काव कराने के साथ डॉक्टरों को भी मोहल्लों में दवाओं के साथ तैनात किया गया है। अगर कहीं बीमारी का खतरा है तो इसकी सूचना हमें दी जा सकती है।

-डॉ। एएन मिश्रा, जिला संक्रामक रोग अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग

Posted By: Inextlive