फैक्ट फाइल

यह है मानक

50 कॉपियां जांचनी हैं हाईस्कूल की एक टीचर को

45 कॉपियां जांचनी हैं इंटरमीडिएट की प्रति टीचर को

इतने परीक्षक

1,46,275 कुल परीक्षक लगाए गए हैं मूल्यांकन के लिए सूबे में

82,123 परीक्षक जांच रहे हैं दसवीं की कॉपियां

64,152 परीक्षक 12वीं की कापियों का का कर रहे मूल्यांकन

इतने मूल्यांकन केन्द्र

247 है सूबे में मूल्यांकन के लिए बनाए गए कुल केन्द्रों की संख्या

130 मूल्यांकन केन्द्रों पर जांची जा रही हैं 10वीं की कापियां

107 है 12वीं की कापियों को जांचने के लिए बनाए गए सेंटर्स की संख्या

10 सेंटर्स ऐसे हैं जहां 10वीं और 12वीं दोनों की कॉपियां जांची जा रही हैं

इतनी है कॉपियां

5,07,92,435 सूबे में मूल्यांकन के लिए कुल कापियों की संख्या

2,17,07,879 है 10वीं में मूल्यांकन किए जाने वाली कॉपियों की संख्या

2,90,84,556 है 12वीं में मूल्यांकन होने वाली कॉपियों की संख्या

-मानकों से ज्यादा कापियों के मूल्यांकन में जुटे परीक्षक

-निर्देश के बाद भी मूल्यांकन में नहीं पूरे किए जा रहे मानक

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड भले ही मूल्यांकन में सर्तकता और मानकों को पूरा करने को लेकर लगातार दिशा निर्देश दे रहा है, लेकिन मूल्यांकन केन्द्रों पर हकीकत इससे जुदा है। जिले में बने मूल्यांकन केन्द्रों पर निर्धारित मानकों से अधिक कापियों के जांचने का सिलसिला जारी है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण है कि वित्त विहीन स्कूलों के शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्यो का लगातार बहिष्कार करने के बाद भी मूल्यांकित कापियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जबकि मानकों के अनुरूप कापियों के मूल्यांकन किया जाए तो उनकी संख्या मौजूदा मूल्यांकित कापियों की संख्या काफी कम होती।

वित्त विहीन शिक्षकों का कार्य बहिष्कार जारी

लंबे समय से मांगों को लेकर वित्त विहीन शिक्षकों का कार्य बहिष्कार शुक्रवार को भी जारी रहा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक वित्त विहीन गुट की ओर से जारी मूल्यांकन बहिष्कार के दौरान शिक्षकों ने सम्मान जनक मानदेय, सेवा नियमावली बनाने, पुरानी पेंशन बहाली, विनीयमीतीकरण, चिकित्सा सुविधा एवं केन्द्रीय बोर्ड के बराबर पारिश्रमिक देने की मांग की। वित्त विहीन शिक्षकों का एक प्रतिनिधि मंडल केसर विद्यापीठ इंटर कालेज पहुंचा जहां पर उन्होंने शिक्षकों के सामने अपनी बात रखी। वित्त विहीन शिक्षकों ने कहा कि सरकार लगातार शिक्षकों के साथ खिलवाड़ कर रही है। शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल में वित्तविहीन गुट के जिलाध्यक्ष ननकेश बाबू, वित्त विहीन शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उदयराज यादव, महासभा के जिलाध्यक्ष परविन्द्र सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

बॉक्स

10 अंकों के अंदर सिमट रहे ज्यादातर स्टूडेंट्स

जिन मूल्यांकन केन्द्रों पर कापियों के जांचने की प्रक्रिया चल रही है। वहां पर पूर्व की भांति ही ज्यादातर स्टूडेंट्स दस अंकों के अंदर ही सिमट कर रह जा रहे है। मूल्यांकन के दौरान बड़ी संख्या में ऐसी कापियां मिल रही है, जिनमें या तो गलत उत्तर लिखे गए है, या फिर कापियों पूरी तरह से खाली हैं।

Posted By: Inextlive