एसआरएन में महंगी जांच का टोटा
दो माह से खराब पड़ी हैं ultrasound मशीनें
MRI और city scan की जांच भी ट्रायल पर ALLAHABAD: मंडल के सबसे बड़े एसआरएन हॉस्पिटल में महंगी जांच का टोटा हो चला है। दो माह से अल्ट्रासाउंड मशीने खराब होने से मरीजों को प्राइवेट सेंटर का सहारा लेना पड़ रहा है। बार-बार मरम्मत की मांग किए जाने के बावजूद हॉस्पिटल प्रशासन इस ओर ध्यान नही दे रहा है। जिससे मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा अभी तक एमआरआई और सीटी स्कैन की जांच भी ट्रायल पर चल रही है, जिससे आम मरीज इस सुविधा का लाभ नही ले पा रहे हैं। रोजाना परेशान हो रहे दो सौ मरीजअभी तक एसआरएन हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड जांच की दो मशीने लगी हुई थीं। इनमें से एक मशीन चार माह पहले खराब हो गई थी। इसके बाद पूरा लोड दूसरी मशीन पर आ गया, यह मशीन भी दो माह पहले धड़ाम हो गई। इसके बाद मरीज जांच के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। बताया जा रहा है कि दोनों मशीन इतनी पुरानी हो गई हैं कि अब इनकी मरम्मत नही की जा सकती है। इसके लिए शासन ने नई मशीनों की मांग की गई है। मशीने आने तकमरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
रेट लिस्ट का इंतजार, खटाई में जांच शासन की ओर से एसआरएन हॉस्पिटल में एमआरआई और सीटी स्कैन की सस्ती जांच की सुविधा हेतु मशीने लगवा दी गई हैं। लेकिन, अभी तक जांच प्रक्रिया शुरू नही हो सकी है। हॉस्पिटल प्रशासन को रेट लिस्ट का इंतजार है। बता दें कि बेली हॉस्पिटल में सीटी स्कैन की जांच पांच सौ और एमआरआई जांच के ढाई हजार रुपए लिए जाते हैं। हालांकि, एसआरएन में रेट लिस्ट का इंतजार लंबे समय से हो रहा है, जिससे आम मरीजों को जांच की सुविधा नही मिल पा रही है। अभी यह मशीने ट्रायल बेस पर चलाई जा रही हैं। बॉक्स कैसे आएंगे अच्छे दिनएक ओर हॉस्पिटल में जांच की सुविधाएं ठप पड़ी हैं तो दूसरी ओर एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन दोबारा रेडियोलॉजी का पीजी कोर्स चलाने की कोशिशों में लगा हुआ है। इसके लिए हाल ही में दौरे पर आई एमसीआई की टीम को कोर्स चलाने के लिए प्रपोजल भी सौंपा गया है। कॉलेज प्रशासन का दावा भी है कि जल्द ही कोर्स की अनुमति भी मिल जाएगी लेकिन जिस तरह से महंगी जांच बंद हैं, उससे कोर्स शुरू होने के बावजूद मरीजों की दिक्कतें दूर होती नजर नही आ रही है।
अभी तक अल्ट्रासाउंड जांच की शुरुआत नही हो सकी है। एमआरआई और सीटी स्कैन की जांच ट्रायल बेस पर है। उम्मीद है कि मरीजों को जल्द ही महंगी जांच की सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी।
-डॉ। करुणाकर द्विवेदी, एसआईसी, एसआरएन हॉस्पिटल