ट्रैफिक सिग्नल 'नौ दिन चले अढ़ाई कोस'
21
चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए थे स्मार्ट सिटी वर्क शुरू होने से पूर्व 2018 अगस्त में स्मार्ट सिटी वर्क शुरू होने पर उखाड़ दिए गए थे पूर्व में लगाए गए ट्रैफिक सिग्नल 43 चौराहों पर नए सिरे से एलएनटी को मिला सिग्नल लगाए का ठेका 19 चौराहों पर सिग्नल लगाकर चलाए जाने का किया जा रहा है दावा 24 चौराहों पर अभी लगाए जाने हैं ट्रैफिक सिग्नल 09 चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल होने के बावजूद जवानों को लगाकर रोके जा रहे यात्री 350 होमगार्ड के जवानों की लगाई जाती है ड्यूटी 100 प्वाइंट पर प्रतिदिन ट्रैफिक पुलिस व होम गार्ड संभालते हैं ट्रैफिक सिस्टम सिग्नल टाइमिंग का मैनेजमेंट बदतर होने से हर रोज जाम जैसी समस्या जेल रही पब्लिकPRAYAGRAJ: 43 चौराहों का चयन किया गया है ट्रैफिक सिग्नल लगाने के लिए। कुंभ के पहले ही पुराने सिग्नल्स को हटावाकर नया सिस्टम लगाने का काम शुरू हो गया है। एक साल से ज्यादा का समय बीत चुका है और अभी तक कुल 19 चौराहों पर ही ट्रैफिक सिग्नल्स लगाये जा सके हैं। जिन चौराहों पर ट्रैफिक लाइट लगी है वहां भी ट्रैफिक कंट्रोल के लिए होमगार्ड और सिपाहियों को मशक्कत करनी पड़ रही है।
नौ चौराहों पर लगती है सिग्नल ड्यूटीशहर के कुल नौ चौराहे ऐसे हैं जहां पर सिग्नल लाइट लगने के बावजूद जवानों को ड्यूटी देनी पड़ रही है।
इसमें ट्रैफिक लाइन, म्योहाल, धोबी घाट, लोक सेवा आयोग, सिविल लाइंस बस अड्डा, जानसेनगंज, जीटी जवाहर, हर्षवर्धन और बैरहना चौराहे पर दो सिफ्ट में ड्यूटी लगती है प्रत्येक शिफ्ट में आठ होमगार्ड और ट्रैफिक का एक सिपाही लगाया जाता है पहली शिफ्ट सुबह छह से दोपहर दो बजे व दूसरी शिफ्ट दो बजे से रात 10 बजे तक चलती है यहां लगाई जाती है स्कूल ड्यूटी सिटी के कुछ चुनिंदा स्कूलों के छूटने व खुलने के समय भी ट्रैफिक पुलिस व होमगार्ड की ड्यूटी लगाई जाती है। इनमें सेंट जोसेफ स्कूल, सेंट मैरी स्कूल, सेंट एन्थोनी स्कूल, सेंट मेरी नर्सरी स्कूल, महर्षि पतंजलि स्कूल, मैरी लूकस व मधुपति वाचस्पति स्कूल धूमनगंज के लिए ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाई जाती है। इसके अतिरिक्त नो इंट्री ड्यूटी अलग से लगाई जाती है। ट्रैफिक पुलिस का मैन पॉवर डाउन पद नेम सृजित पद तैनाती टीआई 04 04टीएसआई 17 07
एचसीपी 67 62 कांस्टेबल 387 122 कार्यदायी संस्था को टेंडर ट्रैफिक विभाग ने नहीं दिया। टेंडर सीधे शासन व प्रशासन से आवंटित हुआ है। हमें उनके द्वारा बनाई गई ट्रैफिक व्यवस्था का पालन कराना है। हम संस्था से कोआर्डिनेट करके टाइमिंग को ट्रैफिक दबाव के हिसाब से सेट कराते हैं। संस्था का काम अभी चल रहा है। इस लिए टाइमिंग में थोड़ी दिक्कत आ रही है। कई चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा चुके हैं। सिग्नल लाइट लोग उल्लंघन करते हैं। ऐसे में नौ चौराहों पर होमगार्ड व सिपाहियों की ड्यूटी लगाना मजबूरी है। कुलदीप सिंह, एसपी ट्रैफिक