अटेंडेंस कम हुई तो बोर्ड एग्जाम से बाहर
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छात्र रजिस्टर्ड हैं इस साल हाईस्कूल में इलाहाबाद के 111347 छात्र रजिस्टर्ड हैं इस बार इंटरमीडिएट में इलाहाबाद के 75 प्रतिशत अटेंडेंस वाले ही दे सकेंगे बोर्ड एग्जाम यूपी बोर्ड ने सभी जिलों के डीआईओएस को भेजा निर्देश ALLAHABAD: माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होना है, तो स्कूल बंक करने की आदत छोड़ दें। एक्चुअली बोर्ड ने इस बार 75 फीसदी अटेंडेंस वाले छात्रों को ही रेग्युलर छात्र के रूप में परीक्षा की अनुमति देना अनिवार्य कर दिया है। इसके बिना उन्हें परीक्षा से वंचित भी किया जा सकता है। डीआईओएस करें स्कूलों की चेकिंगयूपी बोर्ड के स्कूलों में नियमित रूप से स्कूलों में उपस्थित होने वाले छात्रों की संख्या बेहद कम है। इस स्थिति को सुधारने को लेकर बोर्ड गंभीर है। काफी कोशिश के बाद भी स्थितियां न बदलने पर बोर्ड ने कड़ा कदम उठाने का फैसला लिया है। बच्चों की मौजूदगी कम होने के चलते टीचर्स भी क्लास लेने से बचते हैं। इन्ही सब स्थितियों को देखते हुए और स्कूलों में सभी विषयों की नियमित रूप से पढ़ाई कराने को लेकर बोर्ड की ओर से फरमान जारी किया गया है। सभी जिलों के डीआईओएस को निर्देश दिया गया है कि वह स्कूलों में टीम बनाकर नियमित रूप से निरीक्षण करें। डीआईओएस स्कूलों की रिपोर्ट तैयार करके बोर्ड को भेजे। जिससे स्कूलों की स्थिति का आंकलन किया जा सके।
वैसे तो हमारे स्कूल में अमूमन स्टूडेंट्स की उपस्थिति का प्रतिशत 70 से 75 प्रतिशत रहता है। कई ऐसे स्कूल है, जहां पर उपस्थिति ना के बराबर होती है। इस आदेश का कड़ाई से पालन किया गया तो यूपी बोर्ड की शैक्षिक व्यवस्था पर बड़ा असर पड़ेगा। डॉ। योगेश त्रिपाठी प्रिंसिपल, भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कालेज पढ़ाई की व्यवस्था दुरुस्त करने में छात्रों की कमी रोड़ा बनती है। चेकिंग और कठोर नियम से स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ेगी तो एजुकेशन का लेवल भी बेहतर होगा। -डॉ। योगेन्द्र सिंह प्रिंसिपल केपी इंटर कालेज