-पहली बार यूपी बोर्ड से हो रही है शुरुआत

-नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए तैयारियां पूरी होने का दावा

पहली बार यूपी बोर्ड से हो रही है शुरुआत

-नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए तैयारियां पूरी होने का दावा

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: गुरुवार से साल 2015 की बोर्ड परीक्षाओं का आगाज हो जाएगा। इस बार ड्राइविंग सीट पर है यूपी बोर्ड। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं न सिर्फ पहले शुरू हो रही हैं बल्कि बाकी बोर्डो से पहले समाप्त भी हो रही हैं। तैयारी तो पहले रिजल्ट घोषित करने की भी है। बुधवार को परीक्षाओं की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया। सेंटर्स को कापियां और क्वैश्चन पेपर भेज दिए गए। सेक्टर मजिस्ट्रेटों के साथ परीक्षा ड्यूटी में लगे सभी कर्मचारियों को एलर्ट कर दिया गया कि वे नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए हर जरूरी कदम उठाएं।

ये परीक्षाएं होंगी आज

बता दें कि इंटरमीडिएट की परीक्षा 16 व हाईस्कूल की परीक्षा 11 मार्च तक चलेगी। थर्सडे को प्रथम पाली में इंटरमीडिएट की सैन्य विज्ञान एवं द्वितीय पाली में हिंदी प्रथम प्रश्न पत्र की परीक्षा होगी। हाईस्कूल की हिंदी की परीक्षा सुबह की पाली में होगी। परीक्षार्थियों को 15 मिनट का अतिरिक्त समय प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए दिया जाएगा। यही रीजन है कि सुबह 7:30 बजे शुरू होने वाली परीक्षा 10:45 पर खत्म होगी। जबकि दूसरी पाली की परीक्षा दो बजे से शुरू होकर 5:15 तक चलेगी। इलाहाबाद में 447 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थियों की संख्या 2,39,905 होगी।

अफसरों की टीम करेगी औचक चेकिंग

नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए वैसे तो विभागीय स्तर पर पूरी जिम्मेदारी जोनल मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात एसडीएम और 73 सेक्टर मजिस्ट्रेटों के साथ केन्द्र व्यवस्थापकों की होगी। लेकिन, विशेष व्यवस्था के तहत जिम्मेदार अधिकारियों की टीम भी केन्द्रों का औचक निरीक्षण करेगी। मंत्री महबूब अली इसके लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित कर चुके हैं। वैसे विभागीय स्तर पर सेपरेटली उड़ाका दल का गठन किया गया है जो स्कूलों में जाकर चेकिंग करेगा। सामूहिक नकल की दशा में केन्द्र को ब्लैक लिस्टेड कर देने के निर्देश हैं।

हर आधे घंटे में होगा दौरा

उड़ाका दल हर आधे घंटे पर परीक्षा केन्द्रों का दौरा करेगी। टीम का नेतृत्व डीआईओएस कोमल यादव, डायट प्राचार्य विनोद कृष्ण, एसोसिएट डीआईओएस संजय कुशवाहा व बीएन सिंह, वित्त एवं लेखाधिकारी संजय सिंह, डीआईओएस टू आरएन। विश्वकर्मा, बीएसए राजकुमार, जीआईसी प्रिंसिपल पीएन। श्रीवास्तव करेंगे। इसके अलावा संयुक्त शिक्षा निदेशक राजकुमारी वर्मा ने भी चार टीमों का गठन किया है।

संवेदनशील व अति संवेदनशील केन्द्रों पर नजर

अफसरों ने अति संवेदनशील और संवेदनशील केन्द्रों पर नकल रोकने के लिए विशेष व्यवस्था की है। इस सूची में राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों का नाम भी शामिल होने से ज्यादा सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। डीएम ने स्पष्ट कर दिया है नकल किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नकल में पकड़े जाने वाले विद्यालयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उन्हें ब्लैक लिस्टेड भी किया जा सकता है। जिले में 447 परीक्षा केन्द्रों में 105 संवेदनशील एवं अति संवेदनशील हैं। इनमें पांच राजकीय, 30 सहायता प्राप्त एवं 70 वित्तविहीन स्कूल शामिल हैं।

Posted By: Inextlive