25 मई को छठवें चरण में प्रयागराज में है मतदान15 मार्च से डिस्ट्रिक्ट कांटेक्ट सेंटर का किया जा रहा संचालन

प्रयागराज ब्यूरो । चुनाव कंट्रोल रूम में अभी तक कॉल करके लोगों को अपनी शिकायत दर्ज करानी होती थी। लेकिन, सोचिए अगर कंट्रोल रूम से आपके पास कॉल और वहां से कोई पूछे कि आपकी समस्या का समाधान हुआ कि नही? तो कैसा लगेगा? जी हां, अब ऐसा ही होगा। टोल फ्री नंबर 1950 पर शिकायतों का निस्तारण करना ही जरूरी नही होगा, इसके साथ शिकायतों की मानीटरिंग कर उसकी रिपोर्ट चुनाव आयोग के पास भेजनी होगी। इस संबंध में चुनाव आयोग का लेटर जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंच चुका है। इसके बाद चुनाव कंट्रोल रूम में मतदाताओं की शिकायतों के निस्तारण पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। बता दें कि कलेक्ट्रेट में एक माह से कंट्रोम रूम का संचालन किया जा रहा है और अब तक एक हजार से अधिक शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है।

क्या है मामला
प्रयागराज मे 25 मई को छठवें चरण में वोटिंग होनी है।
15 मार्च से डिस्ट्रिक्ट कांटेक्ट सेंटर का संचालन किया जा रहा है।
चुनाव आयोग द्वारा जारी 1950 पर कॉल करके लेाग चुनाव संबंधी शिकायत दर्ज कराते हैं।
जिसका निस्तारण 15 दिन के भीतर करना होता है।
अभी तक कुल मिलाकर 1233 शिकायतों का निस्तारण किया गया है
अधिकारियों की माने तो एक भी शिकायत को पेंडिंग नहीं है।

किस किस तरह की शिकायतें
हेल्प लाइन नंबर पर रोजाना कई तरह की शिकायते ंदर्ज कराई जाती हैं। इनमें फार्म छह का स्टेटस चेक करना, वोटर कार्ड के खो जाने, अभी तक कार्ड नही प्राप्त होने, वोटर लिस्ट में नाम नही होने, बीएलओ का नंबर नही लगने, किसी का नाम मतदाता सूची से कटवाने की शिकायत की जाती है। इस तरह की शिकायतों का निस्तारण हर हाल में 15 दिन के भीतर करना होगा। देखा जाए तो अभी तक इन शिकायतों का केवल निस्तारण होता है। लेकिन चुनाव आयोग के नए आदेश के मुताबिक इन शिकायतों की अब मानीटरिंग भी करनी होगी।

शिकायत की मानीटरिंग कर लगानी होगी रिपोर्ट
हाल ही में चुनाव आयोग की ओर से आए निर्देश में कहा गया है कि कंट्रोल रूम में हेल्प लाइन नंबर 1950 से आने वाली शिकायतों का निस्तारण करने के साथ उनकी मानीटरिंग भी करनी होगी। हर 15 दिन में इन शिकायतों की अपडेट की रिपोर्ट चुनाव आयोग को प्रेषित करनी होगी। बता दें कि कई बार कॉल आने पर उसका समाधान शिकायतकर्ता को बता दिया जाता है। लेकिन इसके बाद भी समाधान नही होने पब्लिक को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसी पर रोक लगाने के लिए चुनाव आयोग ने यह नया निर्देश जारी कर दिया है।

चुनाव आयोग के इस कदम से जनता को लाभ प्राप्त होगा। शिकायतों का समय से निस्तारण होगा और इसकी मानीटरिंग भी होगी। इससे जो शिकायतें पेंडिंग रह जाती है उनका समाधान भी मानीटरिंग की वजह से आसानी से हो जाएगा।
फूलचंद, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी प्रयागराज

Posted By: Inextlive