छात्र गुरुवार दोपहर लौटा था घर से बिस्तर पर पड़ा मिली लाश। तलाशी के दौरान कमरे में मिली स्मैक सिगरेट पुलिस ने ली कब्जे में।

 

BAREILLY: श्री राममूर्ति स्मारक इंस्टीट्यूट से बीटेक फाइनल ईयर के स्टूडेंट की राजेंद्र नगर स्थित गणपति हॉस्टल के रूम में संदिग्ध हालात में लाश मिली है। मां ने फोन न उठाने पर हॉस्टल मालिक को फोन किया तो पता चला कि वह अंदर बिस्तर पर पड़ा हुआ है। पुलिस की मौजूदगी में कमरा तोड़ने पर उसका शव बाहर निकाला गया। पुलिस को रूम से स्मैक, सिगरेट, गिलास और अन्य सामान मिला है। यहीं नहीं उसने मोबाइल से दोनों सिम बाहर निकालकर रख दिए थे। स्टूडेंट नशे का आदती था। आशंका है कि नशे की ओवरडोज की वजह से उसकी जान गई होगी। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। विसरा सुरक्षित रख लिया गया है। बीटेक स्टूडेंट की नशे की लत से मौत से कॉलेजेज में नशे की सप्लाई के सवाल खड़े होनेे लगे हैं।

 

मां ने किया था फोन

हर्षित सक्सेना, एसआरएमएस में बीटेक फाइनल ईयर का स्टूडेंट था। वह सीतापुर के घूरा बंगला का रहने वाला था। उसके पिता सुरेश सक्सेना सेल टैक्स में बड़े बाबू हैं। उनका बड़ा भाई नितीश बीटेक कर नौकरी कर रहा है। हर्षित प्रेमनगर के राजेंद्रनगर में बांके बिहारी मंदिर के सामने गणपति हॉस्टल में रहता था। वह थर्सडे दोपहर बाद छुट्टी से घर लौटा था। उसके बाद कमरा बंद कर अंदर चला गया था। थर्सडे रात परिजनों ने उसे फोन किया तो बात नहीं हो सकी। फ्राइडे सुबह उसकी मां ने फोन किया तो फोन स्विच ऑफ गया, जिसके बाद मां ने हॉस्टल मालिक गोविंद को फोन किया। गोविंद ने आवाज दी, लेकिन जवाब न मिलने पर उसने खिड़की से झांका तो वह बिस्तर पर पड़ा था। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर सीओ सिटी वन कुलदीप कुमार, प्रेमनगर थाना प्रभारी धर्मेद्र गुप्ता पहुंचे और जांच की।

 

फ‌र्स्ट ईयर से लग गई नशे की लत

दोस्त राजेंद्र ने बताया कि हर्षित को फ‌र्स्ट ईयर में ही स्मैक की लत लग गई थी। उसे कई बार समझाया था, लेकिन वह नहीं माना। उसकी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी। हां उसकी तीन चार ग‌र्ल्स क्लासमेट थीं, जिनसे वह बात करता था। हर्षित की तरह ही कई स्टूडेंट कॉलेज में पढ़ने के दौरान नशे की लत में पड़ जाते हैं। नशे के कारोबारी भी युवाओं को ही टारगेट करते हैं। ऐसे मामलों में पता चलने के बावजूद कई बार परिजन बदनामी के डर से चुप हो जाते हैं तो कॉलेज मैनेजमेंट भी साख बचाने में लग जाते हैं।

Posted By: Inextlive