होली का रंग फीका न कर दे कोरोना वायरस
यह भी जानें
-25 परसेंट तक चाइनीज आइटम के व्यापार पर दिख रहा असर -20 परसेंट तक रेट्स हुए महंगे -50 परसेंट मेडिसिन में यूज होने वाला रॉ मेटेरियल भी आता है चाइना से -6 लाख करोड़ का आइटम चीन से इंडिया में आता है -1.25 लाख करोड़ का आइटम इंडिया से चीन जाता है -होली पर चीन से आने वाली पिचकारी और रंग-गुलाल की रहती है डिमांड -कोरोना वायरस के चलते सभी आइटम के सेल-परचेज पर लगी है रोक बरेली: चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण हर कोई चिंता में है। रंगों का फेस्टिवल होली अगले महीने है। ऐसे में होली का रंग फीका हो सकता है क्योंकि ज्यादातर आइटम चाइना से ही आते हैं। फिर चाहें वो पिचकारी हो या रंग। थोक कारोबारी दिल्ली बाजार से खरीदारी से कतरा रहे हैं जिससे आने वाले सभी आइटम में कमी हो सकती है।होली पर बढ़ती है डिमांड
चीन से आने वाली पिचकारियों में वाटर टैंक, रंग गन, गुलाल गन, गुब्बारे, कलर स्प्रे, गुलाल आदि बाजार में बिकते हैं। इसके अलावा हुरियारा मेकअप में क्रीम, आर्टिफिशियल बाल, चश्मा आदि भी डिमांड है। सीजनल व्यापारियों के लिए यह सामान बाजार में थोक व्यापारी उपलब्ध कराते हैं। इंडिया में चीन से छह लाख करोड़ का आयात और 1.25 लाख करोड़ का निर्यात है। शिपिंग कंपनियों ने फूड एवं प्लास्टिक से जुड़े उत्पादों की खेप लेने से मना कर दिया है। कारोबारियों का मानना है कि दिल्ली से आने वाले माल को लेकर बाजार में कारोबारियों में खलबली मची हुई है। माल शॉर्ट होने की दशा में थोक बाजार में चीनी उत्पाद 15 से 20 फीसद तक महंगा हो जाएगा।
-------- इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम पर इफेक्ट चीन से आयात इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की भी बाजारों में बिक्री होती है। वहीं मार्केट में एलईडी टीवी पर 1000 प्रति पीस महंगा हो गया है। दिल्ली के माध्यम से खरीदे जाने वाले इस उत्पाद के पार्ट्स भी महंगे हो सकते हैं। एक माह से कोरोना वायरस का इस बाजार में भी भय बना हुआ है। मोबाइल व मोबाइल एसेसरीज भी चीन से आयात की जाती है। इस उत्पाद की बाजार पर मजबूत पकड़ है.वहीं अन्य इलेक्ट्रीकल और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम के रेट भी बढ़ने लगे है। दवा, स्टेशनरी के बढे रेट-चाइना से खाद्य पदार्थ ही नहीं डेली यूज के कई ऐसे प्रोडेक्ट है जो चाइना से आयात किए जाते है। इसमें दवा में यूज होने वाला रॉ मेटेरियल और स्टेशनरी भी शामिल है। स्टेशनरी शॉप ओनर्स की माने तो नया सत्र दो माह बाद शुरू होने वाला है, पुराने माल का स्टॉक जिस भी व्यापारी के पास है उसके भी रेट में इजाफा हो चुका है। जबकि नया माल अभी आने में समय लगेगा ऐसे में स्टेशनरी सहित अन्य के दाम भी बढ़े गए है।
इंडियन मेड आइटम ऑप्सन चाइनीज आइटम की जहां आवक पर असर पड़ रहा है तो ऐसे में बरेलियंस के लिए फेस्टिव सीजन पर होम मेड या फिर इंडियन मेड ही आइटम यूज करना पड़ेगा। क्योकि फेस्टिव पर डिमांड अधिक और आवक कम से असर तो दिखेगा ही। मार्केट में चाइनीज आइटम के रेट आसमान छुए इससे पहले ही इंडियन प्रोडेक्ट और खाद्य सामग्री होम मेड ही यूज करना ऑप्सन बचा है। कोरोना वायरस का बाजार पर असर है। जिस कारण अभी मार्केट में चाइनीज आइटम कम हुआ है। साथ ही व्यापारियों भी माल की डिमांड नहीं भेज रहे हैं। लेकिन फेस्टिव सीजन में इसका असर दिखेगा महंगाई बढ़ेगी। लेकिन इंडियन प्रोडेक्ट का बाजार खिलेगा। राजेश जसोरिया, महानगर महामंत्री यूपी उद्योग व्यापार मंडलअभी बाजार में सभी आइटम की डिमांड कम है। शिवरात्रि के बाद होली फेस्टिव है जिस पर बड़ी मात्रा में कचरी, पिचकारी कलर आदि चायनीज खिलौना आदि प्रोडक्ट की डिमांड होती है। लेकिन इस बार चाइनीय आइटम की डिमांड अभी से नहीं भेजी जा रही है तो शार्टेज होना तय है।
विकास नागपाल थोक मार्केट में जब माल शॉर्ट होगा तो कीमत बढ़ना निश्चित है। इलेक्ट्रिॉनिक्स मार्केट में भी इसका असर दिख रहा है। फेस्टिव के साथ गर्मी के सीजन में डिमांड और बढ़ेगी इससे भी मार्केट में रेट पर असर दिखेगा। इसके लिए अब सिर्फ ऑप्शन बचा हे देशी प्रोडेक्ट ही यूज करें। -रजनीश चांदना वायरस तो किसी भी तरह से आ सकता है लेकिन इससे बचने के लिए अवेयरनेस जरूरी है। मार्केट में भी इंडियन आइटम की बिक्री होगी यह भी अच्छी बात है, लेकिन कुछ प्रोडक्ट पर रेट में इजाफा जरूर हो सकता है। दुर्गेश खटवानी