Boys on leading track, 91.16% passed
Girls में शालू top परराम भरोसे लाल गल्र्स इंटर कॉलेज की शालू चौधरी ने 93.2 परसेंट माक्र्स के साथ गल्र्स कैटेगरी में पूरे डिस्ट्रिक्ट में टॉप किया है। हालांकि ओवरऑल वह सेकेंड पोजीशन पर हैं। सेकेंड पोजीशन को शालू के साथ जय नारायण के प्रांजल गंगवार भी शेयर कर रहे हैं। थर्ड पोजीशन पर भी जय नारायण के हर्षित कुमार अग्रवाल और प्रद्युम्न सिंह 92 परसेंट माक्र्स के साथ काबिज हैं। बोर्ड एग्जाम में 42340 में से 41296 स्टूडेंट्स अपीयर हुए। जिसमें से 38331 स्टूडेंट्स पास हुए। जिसमें से 23303 ब्वॉयज और 15028 गल्र्स पास हुई।Boys का शानदार प्रदर्शन
हालांकि पासिंग परसेंटेज में गल्र्स की संख्या ब्वॉयज से थोड़ी ज्यादा है लेकिन ओवरऑल रिजल्ट देखें तो ब्वॉयज ने इस बार जबरदस्त परफॉर्मेंस दी है। बोर्ड एग्जाम के लिए 26,364 ब्वॉयज ने रजिस्टर्ड कराया, जिसमें से 25,564 अपीयर हुए। इसमें से रिकॉर्ड 23,303 पासआउट हुए। ब्वॉयज का पासिंग परसेंटेज 91.16 रहा। जो लास्ट ईयर 81.1 परसेंट के मुकाबले 10 परसेंट से भी ज्यादा है। वहीं गल्र्स की बात करें तो 15,976 रजिस्टर्ड गल्र्स में से 15,732 गल्र्स स्टूडेंट्स अपीयर हुईं। इनमें से 15,028 ने एग्जाम क्लीयर किया। गल्र्स का पासिंग परसेंटेज 95.53 रहा। जो लास्ट ईयर 94.72 परसेंट के मुकाबले 0.82 परसेंट ही ज्यादा रहा।
I believe in perfection
आदित्य प्रकाश शर्मा परफेक्शन में बिलीव करते हैं। जो काम करते हैं, पूरी लगन के साथ करते हैं। यही कारण है कि जय नारायण इंटर कॉलेज के इस स्टूडेंट्स ने न केवल डिस्ट्रिक्ट में बल्कि पूरे बरेली मंडल में टॉप किया है। आदित्य ने सबसे ज्यादा 95.6 परसेंट माक्र्स हासिल किए। यह उनके परफेक्शन का ही नतीजा है कि उन्होंने यूपी की टॉप टेन स्टूडेंट्स की मेरिट में 7वीं पोजिशन हासिल की। आदित्य ने मैथ्स में 100, फिजिक्स व केमेस्ट्री में 96, हिंदी में 91 और इंग्लिश में 95 माक्र्स हासिल किए हैं। आदित्य ने अपनी सक्सेज मंत्रा का खुलासा करते हुए बताया कि रेग्युलर पढ़ाई और रिवीजन करें तो किसी भी कोचिंग की जरूरत नहीं होगी। क्लास में जो भी पढ़ाया जाता है उस पर ध्यान दें और अपनी क्वेरीज को टीचर्स के साथ शेयर करें। आदित्य के फादर जीपी शर्मा एसवी इंटर कॉलेज में मैथ्स व साइंस के टीचर हैं। यह भी एक वजह थी कि आदित्य ने साइंस और मैथ्स में सबसे ज्यादा माक्र्स गेन किए। दो बड़ी बहनों के लाडले आदित्य बड़े होकर साइंटिस्ट बनना चाहते हैं। इसके लिए वे आईआईटी से इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। फिलहाल उन्होंने अपनी नजरें डीयू में एडमीशन पर गड़ा रखी हैं। आदित्य का मानना है कि पूरे मन से किया गया प्रयास हमेशा सफल होता है।