गोरखपुर को मिला 35 करोड़, फिर भी सूखे रहेंगे एटीएम
-आरबीआई से की गई थी 2000 करोड़ रुपए की मांग
-महीनों से सूखे हैं शहर के एटीएम, यूजर को नहीं मिल रहा पैसासिर्फ 70 एटीएम की खुराक है 35 करोड़एटीएम के यूजर कैश निकालने के लिए हाथ में कार्ड लिए एक से दूसरे और दूसरे से तीसरे एटीएम का चक्कर काट रहे हैं। फिलहाल स्थिति यह है कि शहर के करीब 75 फीसदी एटीएम में पैसा नहीं है या किसी तकनीकी कारण से बंद हैं शहर में 499 एटीएम हैं। इनमें से ज्यादातर अर्बन एरिया में लगे हैं। एक एटीएम में 42 लाख से लेकर 51 लाख रुपए तक एक बार में डाले जाते हैं। इस हिसाब से 35 करोड़ रुपए केवल 70 एटीएम में की समाप्त हो जाएंगे। बैंक एटीएमएसबीआई 161
बैंक ऑफ बड़ौदा 18
पंजाब नेशनल बैंक 80इलाहाबाद बैंक 17यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 41सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 15यूको बैंक 11
केनरा बैंक 15ओरियंटल बैंक 6बैंक ऑफ इंडिया 9सिंडिकेट बैंक ऑफ इंडिया 6अन्य 64 बैंक 120 कॉलिंगशनिवार रात रुस्तमपुर एरिया के सभी एटीएम खंगाल डाले लेकिन कहीं कैश नहीं मिला। दूसरे दिन भी तीन जगहों से खाली लौट चुका हूं।
रामदत्त तिवारीतीन एटीएम घूम चुका हूं लेकिन अभी तक पैसे नहीं मिले हैं। कहीं मशीन खराब है तो कहीं कैश ही नहीं है।
अमित कुमारहड़हवा फाटक से लेकर बशारतपुर तक रास्ते में जितने भी एटीएम मिले, किसी में पैसा नहीं मिला। रिलेशन में जा रहा हूं लगता है खाली हाथ जाना पड़ेगा।
संतोष शर्मा असुरन चौक के एटीएम से पैसा निकालने के लिए रोजाना 200 से अधिक लोग आते हैं। दो दिनाें से मशीन खराब होने के कारण लोगों को खाली लौटना पड़ रहा है।
विकास, स्थानीय दुकानदार
बैंकों की डिमांड पर आरबीआई ने 35 करोड़ रुपए भेज दिए हैं। सोमवार को इन पैसों को एटीएम में अपलोड कर दिया जाएगा। इससे यूजर को कुछ दिनों तक राहत मिलेगी।
महेश गुप्ता , लीड बैंक अधिकारी, एसबीआई