बिहार की बसें बनीं गोरखपुर के लिए आफत
- बिहार और उत्तर प्रदेश के समझौते से चल रही तीन बसें चुरा रहीं रोड टैक्स
- पैसेंजर्स से मनमानी वसूली का भी आरोप, टिकट भी नहीं देते कंडक्टरGORAKHPUR: बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसें गोरखपुर जिले का रोड टैक्स चुरा रही हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि खुद आरटीओ के आंकड़े बयां कर रहे हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की पड़ताल में सामने आया कि गोरखपुर से बिहार रूट पर चली रहीं दो बसों के अलावा बढ़ीं सात बसों में से तीन का रोड टैक्स ही आज तक जमा नहीं किया गया है। वहीं, अचानक से बिहार रूट पर सात बसों के बढ़ने से पहले से चलने वाली तमकुही और सलेमपुर की अनुबंधित बसों के मालिक भी परेशान हो गए हैं। इन बसों के बढ़ने से यहां की अनुबंधित बसों का घाटा हो रहा है। जिसकी शिकायत वाहन मालिकों ने मंगलवार को आरएम से मिल की थी लेकिन आरएम ने दोनों राज्यों के समझौते की बात कहकर उन्हें शांत करा दिया।
तीन बसों के बारे में ही जानता आरटीओगोरखपुर डिपो में बिहार की सात बसों के आने के बाद से आए दिन अनुबंधित बस मालिकों और इन बसों के कंडक्टर्स में कहासुनी हो रही है। अनुबंधित बस मालिकों का आरोप है कि इन बसों के कंडक्टर जहां पैसेंजर्स से मनमाना किराया वसूल टिकट भी नहीं देते हैं। वहीं, इन बसों का रोड टैक्स भी नहीं जमा हो रहा है। इन्हीं आरोपों की पड़ताल करने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम बुधवार को आरटीओ पहुंची तो इन बसों की तहकीकात करने पर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। टीम ने आरटीओ प्रशासन श्याम लाल से इन सातों बसों के बारे में पुछा तो उन्होंने बताया कि हमारे यहां तीन बसों का टैक्स जमा किया गया है। बाकी चार बसों की कोई जानकारी ही नहीं है।
पांच मिनट समय, सवारी भरते घंटों वहीं, अनुबंधित बस मालिकों का ये भी कहना है कि शुरू-शुरू में तो बिहार की बसों ने अपना ही टाइम फिक्स कर चलना शुरू कर दिया था। जब इसका विरोध किया गया तो एआरएम केके तिवारी ने बिहार की बसों की टाइमिंग में बदलाव किया और रोडवेज परिसर में इन्हें पांच मिनट तक गाड़ी खड़ी कर सवारी भरने की अनुमति दी। लेकिन इन लोगों ने गोरखपुर डिपो में अपनी मनमानी शुरू कर दी है। उन्हें खड़े होने का समय पांच मिनट मिला है लेकिन वे घंटों पैसेंजर्स बैठा रहे हैं। बिना टिकट ही करा रहे यात्राबिहार रूट की इन बसों को लेकर इस बात की भी शिकायतें सामने आई हैं कि एक तो कंडक्टर्स मनमाना किराया वसूल रहे हैं। वहीं, वे पैसेंजर्स को टिकट तक नहीं दे रहे हैं। फाजिल नगर से बिहार की बस में चढे़ आनंद तिवारी ने बताया कि बस तो ठीक ठाक है लेकिन इसमें टिकट नहीं मिलता है। आनंद ने बताया कि बस में बैठे और लोगों ने भी यही बताया कि टिकट नहीं मिलता है।
बॉक्स पैसेंजर्स के साथ हो रहा धोखा परिवहन निगम की बसों में यात्रा करने वाले पैसेंजर्स को टिकट लेने के साथ ही कई सुविधाएं रोडवेज देता है। जिससे टिकट के अभाव में पैसेंजर्स वंचित हो सकते हैं। पैसेंजर्स के टिकट लेने पर उनको यात्रा के दौरान कोई दुर्घटना होने पर बीमा लाभ मिलता है। साथ ही निगम की राहत योजना के तहत दुर्घटना में मृत्यु होने पर तत्काल पांच लाख रुपए मिल जाते हैं और क्लेम का लाभ अलग मिलता है। जो बिना टिकट यात्रा करने वाले पैसेंजर्स को नहीं मिल सकता। बिहार रूट की इन बसों का जमा है टैक्स -बीआर 28पीए-8458- छपरा-मलमटिया-गोरखपुर -बीआर 28पीए-8457- छपरा-मलमटिया-गोरखपुर -बीआर 28पीए-8859- रक्सौल-कसया-गोरखपुर बिना टैक्स चल रहीं ये बसें -बीआर 28पी-0853-छपरा-सिवान- गोरखपुर - यूपी 53 डीटी-2070- मोतीहारी- सलेमगढ़-गोरखपुर - बीआर 05 पीए-8452- छपरा-मलमटिया-गोरखपुरइसके अलावा एक और बस है।
वर्जन जिन बसों ने टैक्स नहीं जमा किया है उनका नंबर आरटीओ विभाग दे तो तत्काल ऐसी बसों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। जबकि मनमानी करने पर इनके ऊपर कार्रवाई भी की जाएगी। - डीवी सिंह, आरएम तीन बसों का टैक्स आरटीओ ऑफिस में जमा है। बाकी चार गाडि़यों का रोड टैक्स यहां नहीं जमा किया गया। इसके बाद भी ये गाडि़यां चल रहीं हैं तो उनको पकड़कर सीज किया जाएगा। - श्याम लाल, आरटीओ प्रशासन