Gorakhpur : हाइवे पर एक्टिव बदमाश एक बार फिर पब्लिक के लिए प्राब्लम बन रहे हैं. ये बदमाश अभी रोड होल्डअप जैसी वारदातें तो नहीं कर रहे लेकिन इनके टारगेट पर ज्यादातर बैंक कस्टमर्स है. एक हफ्ते के भीतर हुई वारदातों से जाहिर हो गया है कि बदमाशों के लिए हाइवे सेफ है और पब्लिक के लिए अनसेफ. बाइक सवार बदमाशों के एक्टिव होने के बाद भी पुलिस कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है.


सोनौली, वाराणसी और कुशीनगर हाइवे पर हैं एक्टिव बाइक सवार बदमाशों का गैंग गोरखपुर से सोनौली, वाराणसी और कुशीनगर हाइवे पर ज्यादा एक्टिव है। सिटी के बाहर पास-पड़ोस के एरिया में बाइक सवार बदमाशों का गैंग एक हफ्ते के भीतर आधा दर्जन से अधिक वारदातें कर चुका है। हेलमेट पहने बाइक सवार आराम से रुपयों से भरा बैग या कीमती सामान छीनकर फरार हो जा रहे हैं। हाइवे पर हुई कुछ प्रमुख वारदातें - मई के लास्ट वीक में एसबीआई पीपीगंज से पैसा निकाल कर घर लौट रहे बीडीसी मेंबर विजय कुमार की हत्या के बाद लूट- तीन जून को एसबीआई पीपीगंज से पैसा निकालकर घर लौट रहे सतीश कसौधन से बदमाशों ने एक लाख 10 हजार लूटे- दो जून की रात महावनखोर में सोनौली हाइवे पर चीनी टूरिस्ट को बदमाशों ने लूटा


- चार जून को सोनबरसा एसबीआई से पैसे निकाल कर घर जा रही महिला के साथ कुसुम्ही के गोबरहिया में कुशीनगर हाइवे पर हुई लूट - छह जून को सोनबरसा के पास हाटा बाजार, एसबीआई कुशीनगर कस्बे से पैसा निकाल कर घर लौट रहे हेल्थ कर्मचारी से लूट वारदातों पर टाइट हुए कप्तान, एसओ लाइन हाजिर  

सिटी में लूट, चोरी और छिनैती की वारदातों को लेकर पुलिस कप्तान शलभ माथुर ने गंभीरता दिखाई है। थर्सडे नाइट सिटी के ऊंचवा मोहल्ले में रहने वाली यास्मीन अपनी फैमिली मेंबर्स के साथ बबीना रोड पर स्थित एक लॉन में मैरिज में शामिल होने जा रही थी। रात में करीब नौ बजे बाइक सवार बदमाशों ने झपट्टा मारकर यास्मीन के हाथ से पर्स लीन लिया। पर्स में पांच हजार कैश, दो मोबाइल, सोने के दो कड़े सहित कीमती सामान था। इस वारदात की सूचना के बाद पुलिस एक्टिव हो गई, सिटी में लगातार चोरी, छिनैती और लूट की वारदातों पर कप्तान ने सख्ती दिखाई। उन्होंने लापरवाही के आरोप में एसओ शाहपुर मिथिलेश राय को लाइन हाजिर करते हुए सभी चौकी प्रभारियों को वारदातों के खुलासे के लिए एक हफ्ते का टाइम दिया है। हाइवे पर लुटेरे खबर का वर्जन"पुरानी घटनाओं की मॉडस ऑपरेंडी की स्टडी गई है। इसकी डेली मानीटरिंग भी हो रही है। एक साल के भीतर की अनवर्कड वारदातों का डिसक्सन करके चारों जिलों के लिए अलग से योजना बनी है। वारदातों का जल्द ही वर्क आउट कर लिया जाएगा। आउट से क्राइम पर लगाम कसेगी"नवीन अरोडा, डीआईजी गोरखपुर रेंज

Posted By: Inextlive