GORAKHPUR : साल २०१३ ने गोरखपुराइट्स को काफी कुछ दिया है. खासतौर पर एजूकेशन की फील्ड में तो सिटी को कई सौगातें मिलीं. एक तरफ जहां सूबे के मुखिया अखिलेश यादव ने दो नई यूनिवर्सिटी को हरी झंडी दी वहीं गोरखपुर यूनिवर्सिटी को भी काफी कुछ देने से नहीं चूके. साल २०१४ में गोरखपुर यूनिवर्सिटी में स्टेडियम लाइब्रेरी और कैफेटेरिया की प्रॉब्लम दूर होगी तो वहीं मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज पूरी तरह से यूनिवर्सिटी में चेंज हो जाएगा. नेक्स्ट सेशन से यहां पर सभी कोर्स अपने लेवल से हैंडिल किए जाएंगे वहीं स्टूडेंट्स की हर जरूरत पर भी ध्यान दिया जाएगा.


क्या हुआ खास  - सीएम ने दी दो नई यूनिवर्सिटी एमएमएमयूटी और सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी की सौगात- यूपी में फस्र्ट टाइम ऑर्गेनाइज हुई साइंस कांग्रेस हुई गोरखपुर यूनिवर्सिटी में- वीसी कॉन्फ्रेंस में देश भर के वाइस चांसलर्स हुए इकट्ठामिलेंगी ये सौगातें डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी  - गोरखपुर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को मिलेगी सौगातें- यूनिवर्सिटी स्पोट्र्समेंस की प्रॉब्लम होगी दूर, यूनिवर्सिटी ग्राउंड पर होगा मिनी स्टेडियम- डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में एक नए कैफेटेरिया की मिलेगी सौगात- नॉलेज को बढ़ाने की टेंशन होगी दूर, लाइब्रेरी का होगा एक्सटेंशनएमएमएयूटी - यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में स्टूडेंट्स के प्लेसमेंट और एंप्लायबिल्टी पर होगा फोकस- स्टूडेंट्स की सॉफ्ट स्किल को परखकर किया जाएगा इंप्रूवमेंट- पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए चलेंगे रेग्युलर कोर्सेज और क्लासेज


- सिटी और आस-पास के एरियाज में जिन कोर्सेज की इंपॉर्टेंस होगी, और जिससे स्टूडेंट्स को एंप्लायमेंट मिलने के चांसेज होंगे, उनको स्टार्ट किया जाएगा- नए कोर्सेज होंगे स्टार्टसिद्धार्थ यूनिवर्सिटी - सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी कपिलवस्तु में भी होगा वर्क प्रोग्रेस

नए साल में स्टूडेंट्स को हर बेहतर तोहफा देने की कोशिश की जाएगी। अभी तो यूनिवर्सिटी फॉर्म हो रही है, नेक्स्ट सेशन से स्टूडेंट्स को काफी कुछ नया और फेवरेबल मिलेगा। उनकी सॉफ्ट स्किल को सुधारा जाएगा। यह देखा जाएगा कि वह किस इंडस्ट्री में जाना चाहता है, कौन इंटरप्रिन्योरशिप में जाना चाहते है और कौन एकेडमिक फील्ड में जाना चाहता है। उनका इंटरेस्ट जिस फील्ड में होगा, उन्हें उसी ओर मोटीवेट किया जाएगा। - प्रो। ओमकार सिंह यादव, वीसी, एमएमएमयूटी

Posted By: Inextlive