हाईटेक युग में अपराधियों ने भी खुद को अपग्रेड किया है. साइबर क्राइम बढ़ा है और इसका ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में पुलिस महकमे को भी इससे डील करने के लिए साइबर सेल बनानी पड़ी है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।डिजिटल अपराधी जो दिखते भी नहीं है, उनपर शिकंजा कस पाना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। इन चुनौतियों को स्वीकार कर साइबर सेल लगातार बड़े-बड़े आपराधिक मामले का खुलासा कर रही है। हाल फिलहाल मेें साइबर सेल की मदद से बमबाजों को भी पकड़ा है। वहीं डिजिटल फ्रॉड का शिकार हुई पब्लिक का पैसा भी वापस कराया है। लेडी डॉन बनकर दी थी बम से उड़ाने की धमकीये बता दें कि 4 फरवरी को टिवट्र पर लेडी डॉन के हैंडल से सीएम योगी आदित्यनाथ और गोरखनाथ मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। इसके बाद जब साइबर सेल ने उस अकाउंट ट्रेस किया तो पता चला कि उसे फरीदाबाद का कोई सोनू नाम लड़का यूज कर रहा था। उसने दूसरे की फोटो लगाकर लेडी डॉन नाम से अकाउंट बनाया था। साइबर सेल की वजह से धमकी देने वाला सोनू अरेस्ट किया गया।


हमसफर ट्रेन में बम की सूचना पर मची हड़कंप

17 मई की रात में मिलन रजक नाम से बनी आईडी से ट्वीट कर बांद्रा जाने वाली हमसफर एक्सप्रेस में बम की होने की सूचना दी गई। इस सूचना के बाद ट्रेन गोरखपुर में 3.50 घंटे तक रोककर संघन तलाशी ली गई। देर रात ट्रेन गोरखपुर से रवाना हुई। साइबर सेल ने जब छानबीन की तो पता चला कि ट्रेन में मौजूद सफाईकर्मी ने ही बम होने की झूठी सूचना दी थी। सर्विलांस की मदद से इंदौर के प्रमोद माली को ट्रेन से अरेस्ट किया गया। साइबर सेल की मदद से खुले मामले- सीएम और गोरखनाथ मंदिर को बम से उड़ाने वाला धराया।- बान्द्रा हमसफर ट्रेन में बम रखे जाने की झूठी सूचना देने वाला धराया।- बीजीएमआई गेम अकाउंट हैक कर बेचने वाले को अरेस्ट कराया।- सेक्सटॉर्शन में फंसे लोगों को जालसाजों से बचाया।- बुलिंग के मामले का निपटारा कराया।- सोशल मीडिया पर ब्लैकमेल करने वालों की पहचान कर अरेस्ट कराया।- साल 2022 में विभिन्न मामलों में 9 आरोपियों की पहचान करा घटना का खुलासा कराया।- ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार 130 व्यक्तियों के खाते में कुल 6971145 रुपए वापस कराए।साइबर सेल का पब्लिक को सुझाव - - अपनी पर्सनल जानकारी को सोशल मीडिया पर शेयर न करें।- ब्राउजर में सोशल मीडिया या फिर किसी भी अकाउंट में लॉगइन करते समय कीप मी लॉगिन रिमेम्बर-मी को चेक न करें।- अपनी जन्मतिथि, नाम, मोबाइल नंबर आदि का यूज कभी भी पासवर्ड बनाने में न करें।

- एक ही पासवर्ड का यूज विभिन्न सेवाओं, वेबसाइट और एप पर न करें।- किसी भी पॉपअप ऐड को रिस्पॉन्ड न करें।- किसी भी असुरक्षित और फेक वेबसाइट की विजिट करने से बचें।- काम होने के बाद अपने ऑनलाइन अकाउंट को हमेशा लॉगआउट करें1- ईमेल अटैचमेंट के जरिए आए किसी भी सॉफ्टवेयर को अपने पीसी में इंस्टॉल न करें।- अपने क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड की जानकारी वेब ब्राउजर में सेव न करें।- अपने प्राइवेट और बैंकिंग डिटेल्स को किसी के साथ फोन या ईमेल या फिर एसएमएस के जरिए शेयर न करें।- कभी भी किसी प्रकार की ओटीपी भूलकर किसी के साथ शेयर न करें।- फ्री वाई फाई व असुरक्षित वाईफाई का यूज करने से बचें। इसका शॉपिंग और बैंकिंग में कतई ना यूज करें।- किसी भी अंजान संदेश के जरिए प्राप्त अनजान लिंक पर क्लिक न करें।- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अनजान व्यक्तियों के फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें।-अंजान नंबर और व्यक्तियों को वीडियो कॉल स्वीकार न करें।
साइबर सेल की टीम अच्छा काम कर रही है। ज्यादा से ज्यादा शिकायतों को दूर करने के लिए टीम लगातार काम कर रही है। इधर कई बड़े मामलों को खोलने में भी साइबर सेल की अहम भूमिका रही है।- इंदुप्रभा सिंह, एसपी क्राइम

Posted By: Inextlive