GORAKHPUR : मुंबई से चली 'जागृति यात्रा' ट्रेन में हुए शॉर्ट सर्किट से ट्रेन में सफर करने वाले मुसाफिर परेशान रहे. रेलवे बोर्ड के आदेश पर जब एनई रेलवे के अधिकारियों ने गाड़ी को चेक किया. तो एसी कोचेज में किए गए इल्लीगल वायरिंग और एलसीडी को शॉर्ट सर्किट की मेन वजह के तौर पर सामने आए. वहीं रेलवे अधिकारियों की मानें तो सुरक्षा की दृष्टि से इल्लीगल वायरिंग को हटा दिया गया है. जिससे आगे किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े.


रेलवे बोर्ड के आदेश पर चेक हुई 'जागृति यात्रा' ट्रेन दरअसल, 24 दिसंबर को मुंबई से देवरिया के लिए चली 'जागृति यात्रा' ट्रेन फ्राइडे नाइट गोरखपुर जंक्शन पहुंची। प्लेटफार्म नंबर तीन पर खड़ी 'जागृति यात्रा' ट्रेन को रेलवे बोर्ड के आदेश पर एनई रेलवे के एईई अजय ऋषि, आरपीएफ इंस्पेक्टर राजेश कुमार की मदद से चेक किया गया। विजयवाड़ा के पास के इस गाड़ी में शॉर्ट सर्किट हुआ था जिसके कारण ट्रेन में अफरा-तफरी मची थी। दोबारा ऐसी घटना न हो, इसी के मद्देनजर एनई रेलवे के अधिकारियों ने चेक किया। चेकिंग के दौरान यह पाया गया कि एसी कोचेज और स्लीपर कोचेज में इल्लीगल वायरिंग की गई थी। एसी कोचेज में चलाए जा रहे क्लास रूम में एलसीडी और माइक आदि को इल्लीगली चलाया जा रहा था।विजयवाड़ा के पास हुआ था शॉर्ट सर्किट
वहीं 'जागृति यात्रा' की कोर टीम मेंबर कर्नल सुरेश पाटिल ने बताया कि विजयवाड़ा के पास एसी कोच में शॉर्ट सर्किट हुआ था। जिससे उनकी एसी कोचेज में चलने वाली क्लासेज बंद हो गई थी। चूंकि एसी कोचेज में स्टूडेंट्स के क्लासेज चलाए जाते हैं इसलिए एलसीडी और माइक लगाए गए थे। इसे चलाने के लिए पर्सनल इनवर्टर से वायरिंग का कनेक्शन किया गया था। रेलवे प्रशासन ने जो भी सुविधाएं थी, वह भी छीन लीं। वहीं मौके पर पहुंचे एईई अजय ऋषि ने सेफ्टी के प्वाइंट ऑफ व्यू से कोचेज के भीतर की वायरिंग को हटा दिया है।जागृति यात्रा ट्रेन में सेफ्टी के प्वाइंट ऑफ व्यू से इल्लीगल वायर हटाए गए। चूंकि किसी स्टेशन पर शार्ट सर्किट हुआ था। ऐसे में रिस्क लेना ठीक नहीं होता।आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे

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