खतरनाक है डगर, डगमगाए तो जाएंगे नाले के अंदर
-वार्ड नंबर एक यहां पर समस्याएं अनेक
-वार्ड नंबर 62 और 1 के कालोनीवासियों ने बयां किया दर्द -पार्षद का आरोप नहीं मिलता बजट GORAKHPUR: अरे बाप रे ये नाला तो मेरी जान ही लेता। वार्ड नंबर 62 सिविल लाइन सेकेंड कालेपुर की सड़क पर गुरुवार को अचानक डिसबैलेंस हुए एक युवक के मुंह से आवाज निकली। जी हां आप भी सड़क से सटे इस नाले को देख लेंगे तो हैरान हो जाएंगे। यही हालत आपको वार्ड नंबर एक में भी देखने को मिलेगी। ये वार्ड कहने को तो एक नंबर पर आता है, लेकिन सुविधा के नाम पर सबसे लोवेस्ट है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने गुरुवार को दोनों वार्ड का जायजा लिया और यहां की लोगों की मेन समस्या को जाना। सिविल लाइन में खतरनाक है डगरवार्ड नंबर 62 सिविल लाइन सेकेंड एरिया में कई पॉश कॉलोनियां हैं। टीम जब इस वार्ड में पहुंची तब यूनिवर्सिटी चौराहे से कालेपुर जाने वाली सड़क पर एक घुमावदार सड़क दिखी, जिसके बगल में ही एक बड़ा नाला खुला था। देखने में ही वो बहुत खरनाक रास्ता लगा। अभी टीम वहां मौजूद ही थी तभी एक युवक बाइक से आया और उसकी गाड़ी थोड़ी डिसबैलेंस हो गई। वो नाले में जाते-जाते बचा। इसके बाद थोड़ा आगे जाने पर एक जगह कुछ लोग मिले। उन्होंने बताया कि कई बार कम्प्लेन करने के बाद भी कॉलोनी में लगी स्ट्रीट लाइटें नहीं ठीक कराई गई। इससे अंधेरा छाया रहता है। इसी तरह कई जगह कूड़ा डस्टबीन ना होने की कम्प्लेन पब्लिक ने की। वहीं कई जगहों पर उबड़-खाबड़ टूटी सड़कें दिखी। पार्षद देवेन्द्र कुमार गौड़ उर्फ पिन्टू ने बताया कि कई बार से प्रस्ताव दे रहा हूं। जब पास ही नहीं होगा तब मै क्या कर पाउंगा।
वार्ड नंबर 62 की समस्याएं -पुलिया बनाया खुला छोड़ दिया नाला। -जगह-जगह टूटी हैं सड़कें। -कॉलोनी में नहीं जलती स्ट्रीट लाइट। -खाली जमीन में बना दिया कूड़ाघर। पार्षद देवन्द्र कुमार गौड़ उर्फ पिन्टू का कहना है- -20 साल से पार्षद हैं। -कॉलोनी में बहुत विकास किया है। -इस समय नगर निगम से मेयर नहीं कर रहे प्रस्ताव पास। -कई जरूरी काम के प्रस्ताव निगम में पड़े हैं पेंडिंग। एक नंबर वार्ड में अरेंजमेंट लोटीम वार्ड नंबर 1 महादेव झारखंडी टुकड़ा नंबर एक पहुंची। इस वार्ड से दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में लगातार कम्प्लेन आ रही थी। इस वार्ड की कहानी ही अलग है। कहने को तो एक नंबर लेकिन काम में जीरो है। इस वार्ड में जहां भी टीम गई वहां पर अधिकतर सड़कें बदहाल मिली। वहीं पब्लिक का भी कहना था कि सड़क के नाम पर खंड़जा बिछा दिया जाता है। जबकि, और वार्ड की सड़कें सुंदर दिखती है। इस वार्ड के नौरपुरवा, भैरेपुर रोड, वीर बहादुरपुर कॉलोनी, मालिन बस्ती और बरगदही में सबसे अधिक समस्या मिली।
वार्ड नंबर 1 की समस्याएं -सड़कें बदहाल हैं। -कॉलोनियों में कभी सफाई नहीं होती है। -गंदा पानी सड़क पर तैरता रहता है। -कम्प्लेन के बाद भी कोई नहीं आता है। -कालोनी में सभी लाइटें भी नहीं जलती हैं। पार्षद लाल बहादुर का कहना है- -तीन साल से पार्षद हैं। -जब से पार्षद हुए बजट ही नहीं पास होता है। -कॉलोनी में 200 पोल लगवाएं। -वार्ड में पानी का कनेक्शन लगवाया। कोट- नगर निगम में सबसे पहले वार्ड का नंबर है। लेकिन सड़क, नाली सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं होता है। अंगद निषाद, वार्ड नंबर-1 घर से रोज किचड़ गंदे पानी वाली सड़कों से होकर गुजरना पड़ता है। कम्प्लेन करके थक चुका हूं। अजय कुमार, वार्ड नंबर-1 सड़क अच्छी हो जाती तो आने जाने में सोचना नहीं पड़ता। सड़क और नाली अच्छी रहे तो कॉलोनी भी साफ सुथरी दिखती है। कमलेश्वर सहानी, वार्ड नंबर-62तीन बार कम्प्लेन कर चुका हूं। इसके बाद भी स्ट्रीट लाइटें ठीक नहीं कराई जा रही है। कॉलोनी में अंधेरा छाया रहता है।
अभिषेक कुमार, वार्ड नंबर-62