जिदंगी रौंद रही बेकाबू बस, बेपरवाह हैं ड्राइवर
- सिटी के बिजी इलाके में तेज होती है रफ्तार
- कुछ दिनों बाद एक्सीडेंट को भूल जाते है जिम्मेदार GORAKHPUR: सिटी के पास पड़ोस एरिया में बेकाबू बसें मौत की वजह बन रही है। खलासी से ड्राइवर बने लापरवाह युवकों के हाथों में अनियंत्रित स्टेयरिंग ऐसे एक्सीडेंट को दावत दे रही हैं। कैंट एरिया के इंद्रानगर तिराहे के पास हाइवे पर हुए एक्सीडेंट के बाद लोगों ने कहाकि बस को पकड़े या फिर ड्राइवर को अब बेटी तो नहीं लौटेगी। ऐसे हादसों को रोकने लिए ठोस प्रयास करने होंगे। ड्राइवर की लापरवाही बन रही मौत की वजहसिटी में बसों की रफ्तार काफी तेज होती है। प्राइवेट बस, रोडवेज की अंडरटेकिंग बस या फिर रोडवेज की बसें। ड्राइवर्स की लापरवाही से अक्सर लोगों की जान पर बन आती है। नौ जून को सिघडि़या के पास बेकाबू बस ने पांच लोगों को रौंद दिया था। मौके पर ही दो लोगों की मौत हो गई थी। तीन अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ा था। क्क् लोग घायल हो गए थे। इसके पहले भी सिटी के आसपास ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं जिनमें बस चालकों की लापरवाही लोगों के मौत का सबब बनी है।
यहां पर आए दिन होते हैं एक्सीडेंट देवरिया बाईपासनौसढ़ तिराहा
महाबीर छपरा
जगदीशपुर कोनी राजेंद्र नगर क्0 नंबर बोरिंग एचएन सिंह चौराहे के पास खजाची चौराहा कूड़ाघाट तिराहा मोहद्दीपुर में आरकेबीके के पास देवरिया हाइवे पर इंजीनियरिंग कालेज, गिरधरगंज बाजार बरहुआ के पास मोड़ पर नंदा नगर क्रासिंग पुलिस- प्रशासन के साथ बस मालिक भी हैं जिम्मेदार एक्सीडेंट के लिए पुलिस और प्रशासन के साथ- साथ बस मालिक भी बराबर के जिम्मेदार है। लापरवाह ड्राइवर के हाथ में वह स्टेयरिंग थमा देते हैं। स्टैंड से बस सवारी लेकर निकली तो ड्राइवर या खलासी ने बस कैसे चलाई। इससे बेखबर रहकर ज्यादातर बस मालिक शाम को हिसाब लेने में लगे रहते हैं। सिटी और आसपास में होने वाले एक्सीडेंट के पीडब्ल्यूडी और नगर निगम के अफसर जिम्मेदार हैं। सड़क पर गड्ढों को भरने में लापरवाही से बस चालक लहराते हुए चलते हैं जिससे आसपास से गुजरने वाले लोग हमेशा खतरे में रहते हैं। इस तरह की घटनाओं को रोकने लिए अचानक जांच पड़ताल की जाएगी। सिटी के सभी चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के जवान बसों पर नजर रखेंगे। रमाकांत प्रसाद, एसपी ट्रैफिक