नहीं कम हो रहा है डर, जारी है नदियों का कहर
- नेपाल में लगातार बारिश की वजह से गोरखपुर में बढ़ रही हैं नदियां
- सभी नदियों में उफान का सिलसिला जारी, खतरे के निशान के करीब सभी नदियां GORAKHPUR: नेपाल में हो रही बारिश से गोरखपुर और आसपास की नदियां अब लोगों को डराने लगी हैं। जिस तरह से नेपाल लगातार पानी छोड़ रहा है और साथ ही झमाझम बारिश हो रही है। इससे नदियों का जलस्तर भी लगातार बढ़ने लगा है। हालत यह है गोरखपुर और आसपास की वह नदियां, जो जिले में कहर बरपाती हैं, वह अब लाल निशान पार करने के करीब पहुंच चुकी हैं। तुर्तीपार में तो घाघरा ने खतरे के निशान के बिल्कुल करीब पहुंच गई है। जिससे गोरखपुर एडमिनिस्ट्रेशन के हाथ-पांव फूलने लग गए हैं। इससे अब रोजाना मॉक ड्रिल ऑर्गनाइज की जा रही है और बाढ़ की हालत होने पर लोगों को क्या करना चाहिए, उन्हें यह बताया जा रहा है।सभी नदियां उफान पर
गोरखपुर से जुड़ी जितनी भी नदियां हैं, वहां नेपाल से बारिश का पानी आने की वजह से उनमें उफान देखने को मिला। महराजगंज और आसपास के इलाकों में तो छोटी नदियां मुहाने से बाहर आ गई, जिससे उन इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। वहीं वहां की छोटी नदियां बढ़ जाने से बड़ी नदियों में भी उफान देखने को मिला और करीब 200 से 300 आरएल मीटर तक पानी बढ़ गया। नेपाल के पानी की बात करें तो इसकी वजह से गोरखपुर और आसपास के गांव में पानी भरने लगता है, जिससे राप्ती, रोहिन, घाघरा, कुआनो समेत अन्य तमाम नदियां उफनाने लगती हैं।
यह है नदियों सुबह 8 बजे तक का स्टेटस नदी जगह डेंजर लेवल करंट लेवल घाघरा अयोध्या पुल 92.73 मीटर 92.19 मीटर घाघरा तुर्तीपार 064.1 मीटर 63.86 मीटर राप्ती बर्डघाट 074.9 मीटर 73.90 मीटर रोहिन त्रिमोहिनीघाट 082.4 मीटर 79.73 मीटर बूढ़ी राप्ती ककरही 85.65 मीटर 84.74 मीटरसभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हम लगातार एनडीआरएफ के कॉन्टैक्ट में हैं, जगह-जगह मॉक ड्रिल भी की जा रही है, जिससे लोग प्राइमरी लेवल पर खुद को सेफ कर सकें। कहीं से भी कोई सूचना आती है, तो रिलीफ के लिए टीम हर दम तैयार हैं।
- गौतम गुप्ता, प्रोजेक्ट मैनेजर, डीडीएमए