वो मंडी से निकलीं तो महंगी हो गई
- सब्जी के फुटकरिए आम जनता के जेब पर डाल रहे डाका
- बरसात में भाव में और आ सकती है तेजी, GORAKHPUR: पूर्वाचल की थोक मंडी महेवा से हरी सब्जियां निकलते ही दोगुने व तिगुने भाव में बेची जा रही हैं। यह थोक और फुटकर बाजार के दाम की तुलना से स्पष्ट हो जाता है। थोक मंडी में हरी सब्जियों का भाव कुछ और है तो फुटकर में कुछ और। ऐसे में फुटकर कारोबारी आम जनता की जेब पर डाका डाल रहे हैं। सब्जी में तेजी से जनता भी परेशान है लेकिन उनके सामने मजबूरी है। उधर जिम्मेदार भी इस पर लगाम लगाने में असफल साबित हो रहे। पाव में बताते दामफुटकर सब्जी मंडी के व्यापारी हरी सब्जियों का भाव किलो में न बताकर पाव में बता रहे हैं। जिसे सुनकर लोगों को लगे कि सब्जी सस्ती है। इन दिनों बाजार में 40 से 50 रुपये प्रतिकिलो के भाव में सभी सब्जियां मिल रही हैं।
मौसम ला सकती है तेजीबारिश शुरू हो गई है। ऐसे में अब हरी सब्जियों के दाम में और तेजी आने वाली है। दस रोज पहले सब्जी का भाव थोक मंडी में चार से पांच रुपये कम था लेकिन बरसात की वजह से अचानक उछाल आ गया है। सब्जी-फल एसोसिएशन के महामंत्री रमजान मेकरानी का कहना है कि मौसम में उतार चढ़ाव की वजह से धीरे-धीरे तेजी आ रही है। अगर बरसात लगातार होती रही तो भाव तेजी से बढ़ेगी।
थोक और फुटकर के भाव सब्जी फुटकर रेट थोक रेट परवल 40 रु। किलो 18-20 रु। प्रति किलो करैली 30 रु। किलो 14-13 रु। प्रति किलो भिंडी 30 रु। किलो 12-13 रु। प्रति किलो केला 20 रु। किलो 8-10 रु। प्रति किलो कुंदरू 30 रु। किलो 8-10 रु। प्रति किलोटमाटर 60 रु। किलो 50-60 रु। प्रति किलो
गोभी 80 रु। किलो 60-70 रु। प्रति किलो शिमला मिर्च 70 रु। किलो 50-60 रु। प्रति किलो खीरा 40 रु। किलो 20-25 रु। प्रति किलो हरी मिर्च 60 रु। किलो 45-50 रु। प्रति किलो अदरक 80 रु। किलो 40-50 रु। प्रति किलो बोड़ा 40 रु। किलो 10-12 रू। प्रति किलो लौकी 20 रु। किलो 12-13 रु। प्रति किलोकोहड़ा 20 रु। किलो 8-10 रु। प्रति किलो