- किरायेदारों से मकान खाली कराने के लिए गिरासू भवन घोषित कराना बना बड़ा हथियार

- कोर्ट में मामला पेंडिंग होने के बावजूद नगर निगम टीम ले-देकर भवन तोड़ने पहुंच रही

KANPUR : किराएदारों से मकान खाली कराने के लिए नगर निगम के भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारी अब गैरकानूनी हथियार की तरह काम कर रहे हैं। मामले कोर्ट में पेंडिंग होने के बावजूद एक तरफा आदेश जारी कर कार्रवाई भी हो जाती है। मकान मालिकों के जेब गर्म करते ही नियम-कानून ताख पर रखकर भवन को गिरासू घोषित कर दिया जाता है। किरायदारों से प्रॉपटी खाली कराने के लिए 'गिरासू भवन' एक हथियार बन चुका है। यानि रकम लाओ, भवन गिरासू घोषित कराओकोर्ट में इसका हवाला देकर मकान मालिक बच भी जाते हैं। बाबूपुरवा में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां सेटिंग से मकान मालिक ने गिरासू भवन घोषित करा दिया और नगर निगम की टीम इसे गिराने भी पहुंच गई। मामला महापौर तक पहुंचा तो ऑफिसर्स के हाथ-पांव फूल गए।

सेटिंग से होता है पूरा खेल

नगर निगम सोर्सेज के मुताबिक विभाग में कई बाहरी लोग हैं जो सेटिंग करा कर मकान गिरासू घोषित कराने से लेकर गिराने तक की गारंटी लेते हैं। मामला अगर कोर्ट में न हो तो काम बेहद आसान हो जाता है। मकान की वैल्यू के आधार पर परसेंटेज तय हो जाता है। जोनल ऑफिस में भी इन लोगों की तगड़ी सेटिंग है। विभागीय कर्मचारी ही किरायेदार को खुद ही कई बार कार्रवाई का डर दिखाते हैं। 20 से 50 हजार रुपए तक में पूरा खेल हो जाता है।

आईआईटी से होगी जांच

महापौर प्रमिला पांडेय ने कई ऐसे ही मामले पकड़े हैं। जिसमें नगर निगम अधिकारी और कर्मी मिलकर मकान तक गिराने पहुंच गए। जबकि मामला कोर्ट में पेंडिंग है। नगर निगम की इस कार्यप्रणाली से नाराज महापौर ने कमिश्नर डा। राज शेखर को लेटर लिखकर एक गिरासू भवन की जांच आईआईटी से कराने को कहा है। ताकि मकान सही में गिरासू है या नहीं इसकी पता चल सके।

केस-1

दीप वर्मा, रामबाबू और अनुज बतौर किरायेदार बाबूपुरवा के एक मकान में दुकान चलाते हैं। मकान मालिक ने मकान किसी और को बेच दिया। जबकि ईयर-2019 से मकान मालिक और किरायेदार के बीच मामला कोर्ट में चल रहा है। नए मकान मालिक ने सेटिंग कर मकान को गिरासू घोषित कराया और टीम लेकर गिराने पहुंच गए।

केस-2

अमित सिंह एक मकान में कई दशक से किरायेदार हैं। खाली कराने को लेकर मकान मालिक और किरायेदार के बीच काफी समय से विवाद चल रहा है। इसका मामला कोर्ट में भी है, लेकिन मकान मालिक ने सेटिंग से मकान को गिरासू भवन घोषित करा दिया। इस पर विभागीय कार्रवाई भी शुरू हो गई।

जोनों में गिरासू भवन

1 312

2 06

3 40

4 232

5 13

6 21

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जोनों में सेटिंग से गिरासू भवन घोषित कराने को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही हैं। एक मामले में कमिश्नर को आईआईटी से घोषित गिरासू भवन की जांच कराने के निर्देश दिए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी।

-प्रमिला पांडेय, महापौर

Posted By: Inextlive