मिस्र की सरकारी टीवी चैनल के हवाले से मिली ख़बर के अनुसार मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक के कोमा में चले जाने की ख़बर ग़लत है.

सरकारी टीवी के अनुसार जिस अस्पताल में मुबारक का इलाज चल रहा है उसके निदेशक ने इस बात से इनकार किया है कि हुस्नी मुबारक कोमा में चले गए हैं।

इसी साल फ़रवरी महीने में हफ़तों तक चले सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद हुस्नी मुबारक ने सत्ता छोड़ दी थी और उसके बाद से शर्म अल शेख़ के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। पहले रविवार देर रात उनके वकील ने कहा था कि मुबारक कोमा में चले गए हैं।

मुबारक के वकील फ़रीद अल-दीब ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बातचीत के दौरान कहा था, ''मुझे ख़बर दी गई है कि मुबारक की तबीयत अचानक बिगड़ गई है और मैं शर्म अल-शेख़ अस्पताल जा रहा हू। अभी तक मुझे जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक़ राष्ट्रपति कोमा में हैं.''

83 वर्षीय मुबारक के ख़िलाफ़ उनके तीस साल के कार्यकाल के दौरान कथित तौर पर किए गए कई अपराधों के लिए मुक़दमा चल रहा है और अस्पताल में भी वो हिरासत में हैं।

मुबारक के परिवार के भी कई सदस्यों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामले चल रहें हैं। अगस्त के महीने से मुबारक के ख़िलाफ़ कथित भ्रष्टाचार और प्रदर्शनकारियों की हत्या का मुक़दमा चलने वाला है।

क़ाहिरा के बीबीसी संवाददाता का कहना है कि इन हालात में मुबारक के ख़िलाफ़ मुक़दमे की शूरूआत होगी या नहीं ये अभी साफ़ नहीं है लेकिन अगर उनका मुक़दमा स्थगित होता है तो उनके विरोधी इसे राजनीति से प्रभावित क़दम कहेंगे।

Posted By: Inextlive