जानिए एफ-1 की कहानी आंकड़ों की जुबानी क्‍योंकि आज होगा दूसरी इंडियन ग्रैंप्रि. का आगाज.

गेम कोई भी हो, आंकड़ों की अपनी ही इंपॉर्टेंस होती है। सचिन ने कितने रन बनाए? या फेडरर ने जोकोविच को कितनी बार हराया? हर कोई इन आंकड़ों से रूबरू होना ही चाहता है। आंकड़ों के इस खेल से फॉर्मूला वन भी अलग नहीं है। ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (बीआईसी) पर शुक्रवार से शुरू हो रही दूसरी इंडियन ग्रैंप्रि। में कौन जीतेगा और कौन पीछे छूटेगा ये तो रविवार को फाइनल रेस के बाद ही पता चलेगा, लेकिन इससे पहले हम आपको एफ-1 के कुछ दिलचस्प आंकड़ों से इंट्रोड्यूस करा रहे हैं, जिन्हें पढक़र शायद आप भी इस फॉर्मूला के फैन हो जाएं।
जो जीता वही सिकंदर
रेड बुल के सेबेस्टियन वेटेल अकेले ऐसे ड्राइवर हैं, जिन्होंने इस सीजन में चार रेस अपने नाम की हैं। वहीं फेरारी के फर्नांडो अलोंसो और मैक्लारेन के लेविस हैमिल्टन ने तीन-तीन रेस पर कब्जा जमाया है, जबकि रेड बुल के मार्क वेबर और मैक्लारेन के जेनसन बटन दो-दो रेस जीतने में कामयाब हुए हैं।
 
इस सीजन की शुरुआती सात ग्रैंप्रि। में सात अलग-अलग ड्राइवर्स (जेनसन बटन, फर्नांडो अलोंसो, निको रोसबर्ग, वेटेल, पास्टर माल्डोनाडो, मार्क वेबर और लेविस हैमिल्टन) विनर बने थे।
 
1950 से अब तक सबसे अधिक रेसेज में फेरारी टीम का दबदबा रहा है। इस टीम के नाम 219 रेसेस में जीत दर्ज है। मैक्लारेन (180) दूसरे, विलियम्स (114) तीसरे और रेड बुल (33) चौथे स्थान पर है।
7 बार चैंपियन रहे माइकल शूमाकर के नाम 91 ग्रैंप्रि। में जीत दर्ज है। यह करिश्मा करने वाले वह इकलौते ड्राइवर हैं। फर्नांडो अलोंसो 30 रेसेज में जीत के साथ दूसरे नंबर पर मौजूद हैं, 25 रेसेज जीतकर सेबेस्टियन वेटेल तीसरे, हैमिल्टन (20) चौथे और किमी राइकोनेन (18) पांचवें स्थान पर हैं।
 
टीम लोटस के ड्राइवर राइकोनेन ने अपनी आखिरी ग्र्रैंप्रि। 2009 में जीती थी, जब वो फेरारी के साथ जुड़े थे। इसी तरह शूमाकर ने अपनी आखिरी रेस भी फेरारी के लिए 2006 में जीती थी।
रेड बुल के सेबेस्टियन वेटेल इंडियन ग्रैंप्रि। में लगातार चौथी जीत के इरादे से उतरेंगे। इससे पहले वो साउथ कोरिया, जापान और सिंगापुर में बैक टू बैक रेसेज जीत चुके हैं। इससे पहले किसी भी सीजन में इस जर्मन ड्राइवर ने लगातार चार रेसेज में जीत नहीं दर्ज की है।
 
‘पोल’ का मामला है

2011 में वेटेल ने 15 बार पोल पोजीशन हासिल की थी, जो एक ही सीजन में किसी भी ड्राइवर द्वारा पोल पोजीशन हासिल करने का रिकॉर्ड है। इसी तरह पिछले साल रेड बुल टीम ने 18 बार पोल पोजीशन हासिल करने का रिकॉर्ड कायम किया था. वेटेल के खाते में अब तक 34 पोल पोजीशंस शामिल है। इस मामले में वो माइकल शूमाकर (68) और आर्यटन सेना (65) से ही पीछे हैं।  इस सीजन में 16 में से 9 रेसेज उन ड्राइवर्स ने जीती हैं, जिन्होंने पोल पोजीशन से शुरुआत की.
BIC at a glance
Circuit length: 5.125 km
Laps: 60
Race distance: 307.249km
Lap record: 1:27.249 min
2011 pole position: S Vettel
2011 winner: S Vettel
Number of corners: 16
Tyre compounds: Hard/soft
Bumpiness: low
Ave lap speed: 206 kph
Full throttle per lap: 64%
Gear changes per lap: 58
Total race pit stops: 46
Total ‘normal‘ overtakes: 4
Total DRS overtakes: 14

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

इंडिया की बात
इंडियन ड्राइवर नारायण कार्तिकेयन ने फॉर्मूला वन में सिर्फ एक बार प्वॉइंट्स जुटाए हैं। 2005 में यूएस ग्र्रैंप्रि। के दौरान वह चौथे स्थान पर रहे थे।
 
फोर्स इंडिया एफ-1 की एकमात्र इंडियन टीम है। इसके बावजूद इस टीम में अब तक कोई इंडियन ड्राइवर नहीं रहा है।
 
सॉबेर की टीम प्रिंसिपल मोनीशा काल्टेनबोर्न का जन्म उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में हुआ था।
 
हैप्पी बर्थ डे
इंडियन ग्रैंप्रि। में संडे को जब फाइनल रेस ऑर्गनाइज होगी, उसी दिन फॉर्मूला वन चीफ बर्नी एक्सेलस्टोन अपना 82वां बर्थ डे सेलिब्रेट करेंगे।
 
बात पते की
फॉर्मूला वन टीम कैथरहम, मारुसिया और एचआरटी पिछले तीन सीजंस से एक भी प्वॉइंट नहीं हासिल कर सकी हैं।
इस सीजन में अब तक हुई 16 ग्रैंप्रि। तक 11 अलग-अलग ड्राइवर्स ने फास्टेस्ट लैप का रिकॉर्ड कायम किया।
Vocabulary of formula-1
107rule:  यह रूल क्वालीफाइंग राउंड में लागू होता है। इसके तहत फस्र्ट फेज में अगर कोई ड्राइवर सबसे तेज लैप के 107 परसेंट टाइम के अंदर लैप पूरा नहीं कर पाता तो उसे रेस जारी रखने की परमीशन नहीं मिलती।
 
Chicane: शिकेन सर्किट का सेफ्टी फीचर है। आमतौर पर यह एक के बाद एक अलग-अलग दिशा में आने वाले दो टन्र्स के लिए इस्तेमाल होता है। इसका मकसद है कि अगर ड्राइवर ऐसे ट्रैक पर है तो कार स्लो कर ले।

Drive through penalty:
ड्राइव थ्रू पेनाल्टी स्टीवड्र्स द्वारा उस ड्राइवर को दी जाती है, जो रेस के दौरान गलत बिहेवियर का दोषी पाया जाता है। इसके बाद ड्राइवर को एक तय स्पीड लिटिम में पिट लेन तक जाना होता है और फिर रेस को ज्वॉइन करना होता है।
Flying lap:  बेहतर रफ्तार और टाइम से लैप को पूरा करने वाले ड्राइवर्स का हौसला बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल होता है।
 
Gravel trap:
  जो कारें ट्रैक से पिछडक़र रनऑफ एरिया में चली जाती हैं, उनके लिए ग्रेवेल ट्रैप वर्ड का इस्तेमाल किया जाता है। इसका मकसद ड्राइवर को कार पर कंट्रोल रखने के लिए इंस्पायर करना होता है।
Installation lap:  सर्किट पर पहुंचने के बाद टेस्टिंग के तौर पर ड्राइवर अपनी कार से लैप का चक्कर लगाते हैं, उसे इंस्टालेशन लैप कहते हैं। इससे ड्राइवर्स रेस से पहले खुद को और कार को वार्म अप कराते हैं।
 
KERS: काइनेटिक एनर्जी रिकवरी सिस्टम्स (केर्स) कार को एक्स्ट्रा एनर्जी प्रदान करता है। इसका इस्तेमाल करके ड्राइवर कार की स्पीड बढ़ा सकता है।
 
Marshal: मार्शल वो ऑफिशियल होता है जो ट्रैक पर कारों की सेफ रनिंग का ख्याल रखता है। एक्सीडेंट की स्थिति में सेकेंड्स में ट्रैक से मलबा हटाना और इमरजेंसी फायर वार्डेंस को ट्रेंड करना भी मॉर्शल का जॉब है।
Steward:  स्टीवर्ड को रेस का रेफरी कह सकते हैं। रेस के दौरान हर तरह की एक्टिविटी पर उसकी नजर रहती है।
 
Pits:  पिट्स ट्रैक वह एरिया होता है, जहां ड्राइवर कार के टायर बदलने और फ्यूल की रिक्वायरमेंट को पूरा करने के लिए रुकता है।
 
Safety Car: रेस के दौरान एक्सीडेंट से निपटने के लिए ट्रैक पर सेफ्टी कार्स मौजूद रहती हैं। सेफ्टी कार रेस को लीड करती हैं।
 
Stop go penalty:
स्टॉप गो पेनाल्टी के तहत ड्राइवर को अपने पिट में आकर 10 सेकेंड तक रुकना होता है।

Posted By: Inextlive