मेडिकल कॉलेजों में बच्चों के लिए 800 बेड
100 बेड का पीडियाट्रिक वार्ड हर मेडिकल कॉलेज में
12 बेड की व्यवस्था हर सीएचसी में रहेगी 10-10 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर सीएचसी को दिए जा चुके - मेडिकल कॉलेजों में 100-100 बेड का तैयार हो रहा वार्ड - हर जगह रहेंगे 50 बेड वेंटीलेटर और 50 बेड ऑक्सीजन सपोर्ट वाले LUCKNOW: कोरोना की तीसरी लहर का बच्चों पर अधिक असर होगा, ऐसी आशंका को देखते हुए राजधानी के सभी बड़े सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में बच्चों के लिए 100-100 बेड का एक वार्ड तैयार किया जा रहा है। सभी जगहों पर 50 बेड वेंटीलेटर और 50 बेड ऑक्सीजन सपोर्ट वाले होंगे। वहीं डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ की और भर्ती भी की जाएगी। तैयार होंगे 800 बेडराजधानी के बड़े निजी व सरकारी मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 100-100 बेड का स्पेशल पीडियाट्रिक वार्ड तैयार करने का आदेश जारी किया जा चुका है। जिसमें पीडियाट्रिक एनआईसीयू और न्योनेटल आईसीयू की व्यवस्था रहेगी। अधिकारियों की माने तो अधिकतर जगहों पर तैयारी पूरी हो चुकी है। जबकि कुछ जगहों पर तैयारी अंतिम चरणों में चल रही है।
बाक्स इन जगहों पर बच्चों के लिए वार्ड - किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज - एसजीपीजीआई - डॉ। राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज - एरा मेडिकल कॉलेज - इंट्रीग्रल मेडिकल कॉलेज- टीएस मिश्रा हॉस्पिटल
- लोकबंधु राजनारायण अस्पताल - बलरामपुर अस्पताल नोट- बलरामपुर अस्पताल में पहले 50 बेड की व्यवस्था रहेगी, जिसे जरूरत पड़ने पर बढ़ाया जाएगा। नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी सीएमओ डॉ। संजय भटनागर ने बताया कि अधिकतर अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने से लेकर ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर तक लगाने की व्यवस्था की जा रही है। सीएचसी-पीएचसी में भी ऑक्सीजन प्लांट लगवाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। बाक्स यहां शुरू हो गए ऑक्सीजन प्लांट - महात्मा गांधी महिला चिकित्सालय, चिनहट - बीआरडी अस्पताल बाक्स सीएचसी में भी तैयारियां - 12-12 बेड की व्यवस्था - ऑक्सीजन सप्लाई की सुविधा - 10-10 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर दिए जा चुके - कर्मचारियों को दी जा रही ट्रेनिंग - सीसीटीवी से की जाएगी निगरानी नोट- राजधानी में कुल अर्बन में 52 यूपीएचसी व 8 सीएचसी और रूरल में 11 सीएचसी व 31 पीएचसी हैं। 12 वर्ष से अधिक उम्र वालों के बच्चों के लिए अलग से रहेगी व्यवस्था। नई भर्तियां भी होंगी सीएमओ के मुताबिक इस समय 12 पीडियाट्रिक डॉक्टर्स विभिन्न सीएचसी में ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसे में जल्द ही डॉक्टर्स की भर्ती की जाएगी। यह बने नोडल इंचार्जडॉ। विवेक दूबे को नोडल इंचार्ज और डफरिन के डॉ। इमरान को ट्रेनिंग का इंचार्ज बनाया गया है। जो बच्चों से संबंधित पूरी व्यवस्था का ध्यान रखेंगे।
कोट तीसरी लहर को लेकर तैयारियां अंतिम दौर में हैं। बेड से लेकर ऑक्सीजन सप्लाई तक हर व्यवस्था पुख्ता रहेगी। स्टाफ को ट्रेनिंग देने का काम लगातार किया जा रहा है। डॉ। संजय भटनागर, सीएमओ