वजीर हसन रोड पर स्थित अलाया अपार्टमेंट हादसे को लेकर मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब काफी सख्त हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैैं कि मंगलवार को मामले में गठित जांच समिति मंडलायुक्त कार्यालय में प्रभावित परिवार के बयान और उनका पक्ष सुनेंगी। सभी पीडि़त परिवारों को 10।30 बजे बुलाया गया है।

लखनऊ (ब्यूरो)। मंडलायुक्त ने बताया कि मुख्य अभियंता, पीडब्ल्यूडी और एलडीए के अभियंता वर्ग की संयुक्त टीम बनाई गई है, जिसने घटनास्थल पर जाकर सैंपल लिए हैं और उसकी स्टडी कर घटना किस कारणवश हुई है, उसकी वास्तविक चीजों का पता लगा रही है। इस जांच रिपोर्ट में यह साफ हो जाएगा कि बिल्डिंग गिरने की मुख्य वजह क्या थी। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर अगले कदम उठाए जाएंगे।

गुणवत्ता पर उठे थे सवाल
दरअसल, बिल्डिंग गिरने के दौरान पीडि़तों की ओर से गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए थे। पीडि़तों का कहना था कि निर्माण के दौरान गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया है। जिससे हादसा हुआ है। जांच समिति द्वारा यह भी देखा जाएगा कि बेसमेंट में किस कारण खुदाई कराई जा रही थी। मौके पर यह जानकारी सामने आई थी कि बेसमेंट का निर्माण कराया जाना था। मलबे की जांच के बाद इस बिंदु पर तस्वीर साफ हो जाएगी।

2009 से पूरी पत्रावली निकाली जाएगी
मंडलायुक्त ने बताया कि एलडीए द्वारा वर्ष 2009 से पूरी पत्रावली निकालकर जांच समिति के सामने प्रस्तुत की जाएगी। यह देखा जाएगा कि किस तारीख को नक्शा अस्वीकृत हुआ, किस समय कंपाउंडिंग आवेदन रिजेक्ट किया गया और किस समय बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण आदेश पारित किए गए थे।

ताकि आगे से कोई घटना न हो
दोबारा अलाया अपार्टमेंट जैसी घटना न हो, इसके लिए विशेषज्ञों की एक समिति भी बनाई जाएगी। समिति में कौन-कौन रहेगा और उसका स्वरूप क्या होगा, इस प्रस्ताव को एलडीए बोर्ड बैठक में लाया जाएगा। इस बाबत एलडीए वीसी को निर्देश दिए गए हैं। बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास होते ही इस दिशा में कदम उठाए जाएंगे। जिससे अवैध निर्माणों पर शिकंजा कसा जा सके।

Posted By: Inextlive