लखनऊ यूनिवर्सिटी के पास स्वीमिंग पूल नहीं है। हालांकि इसके लिए आल्टरनेटिव व्यवस्था की गई है। इसके लिए एलयू कभी कॉल्विन ताल्लुकेदार्स तो कभी केडी सिंह बाबू स्टेडियम में प्रैक्टिस व ट्रायल करवाता है।


लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी में खेलों व खिलाड़ियों की स्थिति सुधारने की कोशिशें हो रही हैं। चाहे उनके लिए भत्ता बढ़ाने की पेशकश हो या उनके दाखिले बढ़ाने के लिए कुशल खिलाड़ी योजना लागू करने की बात हो। हालांकि, बजट के अभाव में अभी भी एलयू खिलाड़ियों को अपग्रेडेड माहौल देने से कोसों दूर है। कोष को बढ़ाने के लिए एलयू ने स्पोर्ट्स काउंसिल बनाने की कवायद की है। एलयू एथलेक्टिस एसोसिएशन के अधिकारियों का कहना है कि एलयू कॉलेजों के साथ मिलकर स्पोर्ट्स काउंसिल बनाने पर चर्चा कर रहा है, इससे हमें उम्मीद है कि खेल कोष में वृद्धि होगीकॉलेज अपनी स्पोर्ट्स फीस एलयू को देंगे


एलयू एथलेक्टिस एसोसिएशन के चेयरमैन प्रो। रुपेश कुमार ने बताया कि हाल ही में हम लोगों ने कॉलेज के साथ बैठक करके स्पोर्ट्स काउंसिल बनाने पर चर्चा की है। इस काउंसिल के जरिए एलयू कॉलेजों के साथ मिलकर काउंसिल बनाएगा। इस काउंसिल को कॉलेजों में आने वाली स्पोर्ट्स फीस ट्रांसफर की जाएगी। काउंसिल एक सेंट्रलाइज्ड व्यवस्था के तहत कैलेंडर जारी करके तमाम स्पोर्ट्स टूर्नामेंट को कराएगा, जो अभी कॉलेजों के जिम्मे है। इसको बनाने पर सहमति बनी है, जल्द ही इस पर काम होगा।बजट की प्रॉब्लम कॉर्पस फंड से दूर करेंगे

प्रो। रुपेश का कहना है कि बजट एक बड़ी समस्या है। इसके लिए भी हम लोग लगातार काम कर रहे हैं। हमने कॉलेजों के साथ मिलकर एक कॉर्पस फंड बनाने की योजना बनाई है। इस फंड के जरिए खिलाड़ियों को फैसिलिटेट करने पर फोकस रहेगा। इसके अलावा एआईयू की ओर से जारी किए गए स्पोर्ट्स लिस्ट में से जो खेल हमारे इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स में छूटे थे हम उन्हें भी कवर किया जाएगा। इस साल हमने छह इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए अप्लाई किया है, जो अब तक सबसे अधिक है। इससे पहले हमने इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स में हॉकी (2016), हॉकी (2004) और बास्केटबॉल (1997) में मेडल जीते थे।ऑनलाइन गेमिंग की टीम भी हो रही तैयारप्रधानमंत्री की ओर से बीते साल ई-स्पोर्ट्स की शुरुआत करने के बाद एलयू में भी ई-गेम्स के लिए टीम तैयार की जा रही है। बीते साल यूनिवर्सिटी की टीम ने क्वान कीडो में सिल्वर मेडल जीता था।इस साल शुरू हुई कुशल खिलाड़ी योजना

एलयू ने इस साल से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वाले स्टूडेंट्स के लिए नि:शुल्क पढ़ाई के साथ-साथ उनके रहने व खाने का इंतजाम करने की व्यवस्था शुरू की है। एलयू ने कुशल खिलाड़ी कोष योजना की शुरुआत की। खेलों में सक्रियता बढ़ाने के लिए नई वित्तीय सहायता योजना कोष शुरू किया है। इस योजना के तहत यूनिवर्सिटी लेवल, पर छात्रों को खेलों के प्रति रुझान बढ़ाने के साथ-साथ ही उन्हें तैयारी करने का भी बेहतर मौका देने की तैयारी की गई है।बीते साल बढ़ाया था भत्तासाल 2022 में लखनऊ यूनिवर्सिटी ने खिलाड़ियों को मिलने वाली प्राइज मनी व भत्ते में इजाफा कर उसे दोगुना किया था। खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स किट के लिए मिलन वाली 1050 रुपये की धनराशि को बढ़ाकर 2000 रुपये किया गया था। खिलाड़ियों के सिलेक्शन व ट्रायल एक्सपर्ट का मानदेय भी बढ़ा कर 800 रुपये किया गया था। इसके अलावा रजिस्ट्रेशन शुल्क को 85 की बजाय 100 रुपये, प्रोविजनल सर्टिफिकेट के लिए 25 की बजाय 30 रुपये किया गया। खिलाड़ियों के लिए रोजाना के डीए को 200 से 400 रुपये, मैच के बाद रिफ्रेशमेंट को 25 से 50 रुपये, खिलाड़ियों के आकस्मिक खर्चे प्रति हेड 50 रुपये से बढ़ाकर 100 रुपये किया गया। इसके अलावा प्राइज मनी को भी बढ़ाया गया था। व्यक्तिगत गोल्ड मेडल के लिए 5000 रुपये, टीम गोल्ड मेडल 25000 रुपये, व्यक्तिगत सिल्वर मेडल 3000 रुपये, टीम सिल्वर मेडल 15000 रुपये, व्यक्तिगत ब्रॉन्ज मेडल 2000 रुपये, टीम ब्रान्ज मेडल 10 हजार रुपये किया गया था।
कमियों से भी इनकार नहींएलयू के पास स्वीमिंग पूल नहीं है। हालांकि, इसके लिए आल्टरनेटिव व्यवस्था की गई है। इसके लिए एलयू कभी कॉल्विन ताल्लुकेदार्स, तो कभी केडी सिंह बाबू स्टेडियम में प्रैक्टिस व ट्रायल करवाता है।एलयू के पास प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। हमारे स्टूडेंट्स ने खेल के सबसे बड़े दो पुरस्कार अपने नाम किए हैं। इस परंपरा को बनाए रखने की कोशिशें जारी हैं। बजट एक बड़ी समस्या है, जिसपर काम किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही हम और बेहतर व्यवस्थाएं उपलब्ध करा सकेंगे।प्रो। रुपेश कुमार, अध्यक्ष, एलयूएए

Posted By: Inextlive