800 करोड़ सालाना बिजनेस

2 माह में 45 फीसद कारोबार प्रभावित

400 इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानें राजधानी में

25 प्रतिशत नुकसान हुआ था पिछले साल

- इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट से जुड़े व्यापारियों को राहत पैकेज की उम्मीद

- व्यापारी बोले, जून माह में होती है काफी इलेक्ट्रानिक्स आइटम की सेल

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख: कोरोना की दूसरी लहर के कहर ने इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार की चमक को फीका कर दिया है। आलम यह है कि अप्रैल-मई में 40 से 50 फीसद व्यापार लगभग समाप्त हो चुका है, जिससे इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर से जुड़े व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ है। हालांकि इसके बाद भी व्यापारियों को उम्मीद है कि जून से जब व्यापार के दृष्टिकोण से स्थितियां बेहतर होंगी तो सरकार की ओर से किसी न किसी रूप में राहत पैकेज की घोषणा की जाएगी। इसके सहारे नुकसान के जख्म को कुछ हद तक भरा जा सकेगा। हालांकि कई व्यापारियों का यह भी कहना है कि कोरोना के खौफ में घिरे कस्टमर का मूवमेंट ही उनके व्यापार की गति को तय करेगा।

इस बार ज्यादा नुकसान

इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स सेक्टर से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि पिछले साल जब कोरोना की पहली वेव आई थी, तो उस दौरान इतना नुकसान नहीं हुआ था, लेकिन इस बार स्थितियां काफी खराब हो गई हैं। जैसे ही कोरोना की दूसरी लहर ने अप्रैल से रफ्तार पकड़ी, इसका सीधा असर बाजार में देखने को मिला। बाजार आने वालों की संख्या सिर्फ 10 से 20 फीसद ही रह गई। मई में तो लॉकडाउन लगने से बाजार पूरी तरह बंद हो गया और कारोबार ठप हो गया।

दो महीने महत्वपूर्ण

व्यापारियों का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट के लिए अप्रैल, मई और जून माह काफी महत्वपूर्ण होते हैं। अप्रैल और मई तो बिजनेस के नजरिए से सर्वाधिक महत्वपूर्ण होते हैं। पूरे साल के बिजनेस का करीब 40 फीसद व्यापार इन्हीं दो माह में होता है। इस बार अप्रैल और मई पूरी तरह से सन्नाटे में बीता है, ऐसे में जून में ही सेल की उम्मीद की जा सकती है।

लोग तय करेंगे दिशा

व्यापारियों का यह भी कहना है कि अभी तो यह तय नहीं है कि जून में कब से बाजार खुलेगा। अगर जून में बाजार खुलता है तो सर्वाधिक महत्वपूर्ण कस्टमर का मूवमेंट रहेगा। कोरोना की दूसरी लहर के कहर से लोग डरे हुए हैं। ऐसे में बेहद कम उम्मीद है कि जून में कस्टमर फुटफॉल बहुत अधिक होगा। हालांकि व्यापारियों का कहना है कि अगर बाजार खुलता है तो कस्टमर्स की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता होगी। वे दुकानों में बिना मास्क लगाए किसी को नहीं आने देंगे और पूर्व की तरह ही आने वालों का नाम-पता आदि एक रजिस्टर में नोट किया जाएगा और लोगों के हाथ प्रॉपर सेनेटाइज कराए जाएंगे।

सरकार से उम्मीद

इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर से जुड़े व्यापारियों की माने तो उन्हें सरकार से उम्मीद है कि व्यापार को रफ्तार देने के लिए राहत पैकेज की घोषणा की जाए। जिसमें मुख्य रूप से अगर किसी व्यापारी के ऊपर लोन पर ब्याज है या ईएमआई है तो उसे माफ किया जाए या फिर उसे जमा करने के लिए पार्ट पेमेंट की सुविधा दी जाए। व्यापारी सरकार से हाउस टैक्स या सेल्स टैक्स में भी राहत की उम्मीद कर रहे हैं।

बोले व्यापारी

अप्रैल-मई माह में मार्केट पूरी तरह से डाउन हो चुका है। उम्मीद है कि जून में मार्केट खुलेगा और व्यापार फिर रफ्तार पकड़ेगा। इस समय कस्टमर डरे हुए हैं, ऐसे में उसके सेंटीमेंट्स व्यापार की दिशा तय करेंगे।

राजेश सडाना, ओनर, सडाना स्टोर्स

कोरोना की दूसरी वेव के कारण बाजार में पूरी तरह सन्नाटा है। मेरा मानना है कि सरकार अगर लोन आदि पर ब्याज माफ करे या उसे पार्ट पेमेंट में जमा करने की सुविधा दे तो हमें काफी राहत मिलेगी।

मयंक सेठ, पार्टनर, डीस्पार्क इलेक्ट्रॉनिक्स एलएलपी

कोरोना की सेकंड वेव के कारण करीब 70 फीसद कारोबार पर असर पड़ा है। अभी यह कहना मुश्किल है कि मार्केट खुलने के बाद व्यापार की क्या कंडीशन रहेगी। सरकार से यही उम्मीद है कि राहत पैकेज की घोषणा की जाए, जिससे व्यापार को फिर से रफ्तार मिल सके।

रवि अग्रवाल, चेयरमैन, मिडास इलेक्ट्रॉनिक्स प्रा। लि

Posted By: Inextlive