- केजीएमयू में कई-कई दिनों से मरीज कर रहे बाहर बैठे इलाज का इंतजार

LUCKNOW:

कोरोना संक्रमण ने आम मरीजों को मुसीबत में डाल दिया है। केजीएमयू में ओपीडी सेवा के साथ इलेक्टिव सर्जरी बंद हो गई हैं, जिससे बड़ी संख्या में ट्रॉमा पहुंचने वाले मरीज परेशान हो रहे हैं। आलम यह है कि ये कई-कई दिन तक ये मरीज ट्रॉमा सेंटर, इमरजेंसी और ओपीडी के बाहर दर्द से कराहते हुए अपने इलाज की बारी आने का इंतजार कर रहा है। कोई कोरोना की रिपोर्ट न होने के कारण परेशान हैं तो किसी को जिस डॉक्टर को दिखाना है, वे मिल ही नहीं रहे हैं।

दवा देकर वापस जाने को कहा

बाराबंकी से आए राम दत्त के साथ आये तीमारदार हरिश्चंद्र ने बताया कि मरीज की रीढ़ की हड्डी में समस्या है। वे एक अप्रैल से ऑपरेशन के लिए यहां आये हैं लेकिन डॉक्टर ने ऑपरेशन करने से मना कर दिया है और दवा देकर कहा है कि अब घर चले जाओ। मरीज रामदत्त के साथ उसकी मां और बहन भी आए हैं जो एक पेड़ की छांव में 10 दिन से इलाज का इंतजार कर रहे हैं।

इलाज की आस में मरीज

ट्रॉमा सेंटर में राजधानी समेत आसपास के जिलों से भी मरीज आते हैं। यहां इन दिनों होने वाली दिक्कतों का प्रमुख कारण है कि केजीएमयू के स्टाफ के ही करीब 100 लोग कोरोना संक्रमित हो गए हैं, जिसमें बड़ी संख्या में डॉक्टर भी शामिल हैं। कोरोना के कारण यहां सामान्य भर्ती और ऑपरेशन बंद हैं। संस्थान की अपनी मजबूरी है तो मरीजों की अपनी मजबूरी। मरीजों को इलाज चाहिए और वे इस आस में जल्द ही कोई न कोई डॉक्टर उन्हें देखेगा, कई-कई दिनों ये यहां डेरा जमाए बैठे हैं।

संस्थान में सिर्फ इमरजेंसी व कैंसर से संबंधित सर्जरी हो रही हैं। कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण सामान्य सर्जरी बंद है। किसी भी मरीज को बिना देखे नहीं भेजा जा रहा है।

डॉ। संदीप तिवारी, सीएमएस, ट्रॉमा

Posted By: Inextlive