- नकल की आशंका पर DIOS ने स्कूल प्रिंसिपल को हटाया

- अपने छात्राओं को अलग कमरे में बैठाकर कराई जा रही थी परीक्षा

- केंद्र व्यवस्थापक ने कहा, स्कूल प्रबंधन मनमानी से करा रहा था परीक्षा

LUCKNOW (16 March): यूपी बोर्ड के एग्जाम शुरू होते ही राजधानी में नकल माफिया का भी खेल शुरू हो गया। राजधानी में इसका असर साफ तौर पर देखने को मिला। एग्जाम के पहले ही दिन शिक्षा विभाग ने बड़े नकल माफिया पर कार्रवाई कर दी। जिसे नकल माफिया में हड़कंप मच गया। राजधानी के ग्रामीण क्षेत्र में नकल के लिए बदनाम कुंवर आसिफ अली इंटर कॉलेज, चंद्रशेखर आजाद इंटर कॉलेज गहदेव, हीरादेवी कन्या इंटर कॉलेज समेत कई सेंटर्स पर गड़बडि़या पाई। जिसके बाद डीआईओएस ने अपने अधिकारियों को इन सेंटर्स पर बैठक एग्जाम कराने के निर्देश दिया।

अपने स्कूल की छात्राओं को अलग रूम

कुंवर आसिफ अली इंटर कॉलेज मलिहाबाद में हाईस्कूल में पहली पाली में सुबह 7:30 बजे से 10:45 बजे तक हिंदी का एग्जाम हुआ। डीआईओएस की टीम ने जब कुंवर आसिफ अली इंटर कॉलेज में छापा मारा तो जांच में भारी गड़बडि़यां सामने आई। यहां पर स्कूल की छात्राओं को सबसे अलग बैठाकर एग्जाम कराया जा रहा था। इसके अलावा कई कमरों में हिंदी विषय के शिक्षक ड्यूटी करते पाए गए। इस पर डीआईओएस ने स्कूल में तैनात बाहरी केन्द्र व्यवस्थापक को फटकार लगाई।

प्रिंसिपल को किया बाहर

अपने स्कूल की छात्राओं को अलग कमरे में बैठाकर एग्जाम दिलाने और सिटिंग प्लान को फॉलो न करने पर डीआईओएस ने प्रिंसिपल को जमकर फटकार लगाई। प्रिंसिपल शबाना आसिफ से सिटिंग प्लान को न फॉलो करने और छात्राओं को अलग से बैठाने की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा, सेंटर पर माल, मलिहाबाद के दूसरे क्षेत्र से लड़के आए हैं। ऐसे में उनके साथ लड़कियों को नहीं बैठा सकते। बोर्ड के नियम का पालन करने की बात से वह साफतौर पर मुकर गईं। इस पर डीआईओएस उमेश कुमार त्रिपाठी ने तत्काल प्रभाव से उनके स्कूल से हटाने का ऑर्डर जारी कर दिया। साथ ही सुबह की पाली की परीक्षा एसो। डीआईओएस की निगरानी में कराने का आदेश दिया।

सचल दल ने कराई परीक्षा

सुबह करीब नौ बजे इस सेंटर पर डीआईओएस की टीम ने यहां भी हिंदी विषय के शिक्षकों को ड्यूटी करते पकड़ा। कक्ष निरीक्षक उमा मौर्या और सुषमा सैनी को तत्काल सेंटर से बाहर कर दिया गया। कमरा नम्बर सात और आठ में स्कूल की छात्राओं को अलग बैठाकर परीक्षा कराई जा रही थी। केन्द्र पर अनियमितता को देखते हुए डीआईओएस ने फ्लाइंग स्कॉउट को बैठाकर परीक्षा कराई।

चंद्रशेखर में भी नहीं हुआ प्लान

चंद्र शेखर इंटर कॉलेज गहदेव में जब डीआईओएस की टीम ने औचक निरीक्षण किया तो सेंटर की स्थिति संदिग्ध पाई गई। डीआईओएस की जांच में सेंटर पर सुषमा सैनी और उमा मौर्या दोनों विषय विशेषज्ञ के तौर पर परीक्षा कराती पाई गई। जिन्हें डीआईओएस ने तत्काल ड्यूटी से रिलीव कर दिया। साथ ही केंद्र व्यवस्थापक को कड़ी फटकार लगाई। डीआईओएस ने सेंटर की पूरी व्यवस्था को संदिग्ध पाया यहां पर स्कूल की छात्राओं को काफी पास-पास बैठाया गया था। जबकि नियमानुसार मिक्स सिटिंग प्लान होना चाहिए। इस सेंटर पर संदिग्ध स्थिति को देखते हुए डीआईओएस ने उप प्रधानाचार्य बीएन खरे को यहां पर एग्जाम कराकर कॉपियां खुद साथ लाने का ऑर्डर जारी किया।

हीरादेवी में विषय विशेषज्ञ कराते मिले परीक्षा

औचक निरीक्षण के दौरान डीआईओएस ने पाया कि पाया कि विषय विशेषज्ञों को कक्ष निरीक्षक के तौर पर रूम में तैनात किया गया था। जिस पर केंद्र व्यवस्थापक और प्रिंसिपल को जमकर फटकार लगाई। तथा ऐसे शिक्षकों को तुरंत परीक्षा से बाहर करने का आदेश जारी किया। वहीं मातेश्वरी इंटर कॉलेज में निरीक्षण के दौरान सब कुछ सही पाया गया। पर यहां पर भी विषय विशेषज्ञों को कक्ष निरीक्षक के तौर पर ड्यूटी लगाई गई थी। दूसरी पाली में इंटरमीडिएट के एग्जाम के दौरान भी डीआईओएस को कई सेंटर्स पर विषय विशेषज्ञ ड्यूटी करते मिले। जिसें राजकीय बालिका इंटर कॉलेज शाहमीना रोड, सीडी पब्लिक स्कूल, अवध एकेडमी में सेंटर पर सीटिंग प्लान में गड़बड़ी करने और विशेष विशेषज्ञों से ड्यूटी कराने पर डीआईओएस ने सभी केंद्र व्यवस्थापकों को जमकर फटकार लगाई।

Posted By: Inextlive