चौक की तरह इस मार्केट में भी ई-रिक्शा का जमावड़ा रहता है। आलम यह है कि ई-रिक्शा वालों की मनमानी के कारण इस मार्केट की गलियों में पैदल निकलना तक दुश्वार है। इतना ही नहीं ई-रिक्शा की धमाचौकड़ी से हादसे होने का भी खतरा बना रहता है।


लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी की सबसे पुरानी मार्केट चौक की तरह ही अमीनाबाद में भी अव्यवस्थाओं का मकडज़ाल फैला हुआ है। इस मार्केट की सबसे बड़ी समस्या पार्किंग और पिंक टॉयलेट का न होना है। इसके साथ ही यहां पर अतिक्रमण और ई-रिक्शा की समस्या ने भी व्यापारियों की टेंशन बढ़ा रखी हैै। इन समस्याओं को दूर करने के लिए कई बार योजनाएं तो बनीं, लेकिन अभी तक सभी समस्याएं जस की तस बनी हुई हैैं। बदहाली के कारण यहां के कारोबार पर भी नकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। व्यापारियों की मांग है कि जल्द से जल्द सभी समस्याओं को दूर किया जाए, ताकि उनके साथ-साथ हजारों कस्टमर्स को राहत मिल सके।बेतरतीब पार्किंग व्यवस्था


बेहद पुरानी मार्केट होने की वजह से यह मार्केट काफी घनी है। यहां पर प्रॉपर पार्किंग की व्यवस्था नहीं है, जिसकी वजह से रोजाना जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। त्योहारों के आसपास तो स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाती है। रोड के दोनों तरफ वाहनों के पार्क होने की वजह से पैदल निकलना तक दुश्वार हो जाता है। दोपहर से लेकर रात तक इस मार्केट में जाम की भयावह तस्वीर को देखा जा सकता है। इसके बावजूद अभी तक इस मार्केट से जाम की समस्या को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।ई-रिक्शा का जमावड़ाचौक की तरह इस मार्केट में भी ई-रिक्शा का जमावड़ा रहता है। आलम यह है कि ई-रिक्शा वालों की मनमानी के कारण इस मार्केट की गलियों में पैदल निकलना तक दुश्वार है। इतना ही नहीं, ई-रिक्शा की धमाचौकड़ी से हादसे होने का भी खतरा बना रहता है। व्यापारियों की ओर से कई बार ई-रिक्शा को व्यवस्थित किए जाने की मांग की गई, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। गुजरते वक्त के साथ हालात और भी ज्यादा खराब होते जा रहे हैैं।अतिक्रमण की समस्याइस मार्केट में भी अतिक्रमण की समस्या है। पूरे अमीनाबाद में छोटी बड़ी 31 मार्केट हैैं और हर मार्केट की अपनी महत्ता है। यहां पर दुकानों के सामने रोड साइड अस्थाई दुकानें भी लगती हैैं। जिसकी वजह से जाम की समस्या और भी अधिक विकराल हो जाती है। नगर निगम की ओर से अभियान तो चलाया जाता है, लेकिन अतिक्रमण की समस्या जस की तस बनी रहती है। अगर इस मार्केट से अतिक्रमण की समस्या दूर हो जाए तो काफी हद तक समस्याएं दूर हो जाएंगी।वेस्ट कलेक्शन का भी मुद्दा

नगर निगम की ओर से मार्केट में सफाई व्यवस्था बेहतर करने के लिए तो इंतजाम किए गए हैैं, लेकिन वेस्ट कलेक्शन की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है। जिसकी वजह से व्यापारियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। व्यापारियों का कहना है कि वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था को बेहतर किया जाना चाहिए, जिससे उन्हें व मार्केट आने वाले कस्टमर्स को राहत मिल सके।बोले व्यापारीअमीनाबाद मार्केट को मध्यम वर्गीय परिवार के लिए लाइफलाइन माना जाता है। यहां पर सुई से लेकर घर में यूज होने वाली जरूरत की सभी चीजें मिलती हैैं। इसके बावजूद मार्केट में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है। सबसे पहले तो पार्किंग की व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए साथ ही ई-रिक्शा को व्यवस्थित किया जाना चाहिए।-सुरेश छाबलानीयह बात सही है कि गुजरते वक्त के साथ मार्केट में ई-रिक्शा का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है। हमारी तो यही मांग है कि ई-रिक्शा को व्यवस्थित किया जाना चाहिए, जिससे जाम की समस्या का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही पार्किंग व्यवस्था पर भी फोकस करना चाहिए।-इजाजुल (अज्जू)

काफी पुरानी मार्केट होने के बावजूद अभी तक पूरी तरह से सुविधाएं डेवलप नहीं की जा सकी हैैं। जिसकी वजह से व्यापारियों से लेकर कस्टमर्स को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ठोस एक्शन प्लान की जरूरत है, तभी समस्याएं दूर होंगी।-रविंद्र सोनकरअमीनाबाद मार्केट बेहद घनी मार्केट है। यहां पर सुबह से लेकर देर शाम तक कस्टमर्स की भीड़ रहती है। ऐसे में यहां पर व्यवस्थाओं को डेवलप किया जाना जरूरी है। अव्यवस्थाओं के कारण कारोबार पर भी विपरीत असर देखने को मिलता है।-आकाश गौतमबोले लोगइस मार्केट में तो कई बार पैदल निकलना तक दुश्वार हो जाता है। ऐसे में सबसे पहले तो जाम की समस्या को दूर किया जाना चाहिए। जिससे हर किसी को राहत मिल सके।-जानकी प्रसादपिंक टॉयलेट व अन्य व्यवस्थाओं की तरफ तुरंत ध्यान दिए जाने की जरूरत है। वर्तमान समय में तो कई अव्यवस्थाएं हैैं, जिसकी वजह से हर कोई परेशान होता है।-जितेंद्र सिंहपार्किंग की व्यवस्था को जल्द से जल्द व्यवस्थित किए जाने की जरूरत है। जिससे मार्केट की सबसे प्रमुख समस्या जाम दूर हो सके।-राहत हुसैन मिर्जा

Posted By: Inextlive