ऑन लाइन होगी होर्डिग की डिटेल खत्म होगा बाबुओं का खेल
- 30 मई तक जोन वाइज सभी होर्डिग की डिटेल होगी ऑन लाइन
- ऑन लाइन होने के बाद अवैध होर्डिग के खिलाफ होगी कार्यवाही - 127 एजेंसी में केवल 16 एजेंसी की मिले अभी तक मेल एड्रेस LUCKNOW: नगर निगम के प्रचार प्रसार विभाग में बाबुओं के खेल पर अंकुश लगाने के लिए विज्ञापन एजेंसी और होर्डिग की डिटेल को ऑन लाइन किया जाएगा। निगम ने एक साफ्टवेयर तैयार किया है। जिसमें न केवल विज्ञापन एजेंसी की डिटेल बल्कि शहर में लगी सभी जोन वाइज वैध होर्डिग की डिटेल होगी। यह साफ्टवेयर 30 मई तक लांच करने का निगम दावा कर रहा है। हर वर्ष करोड़ों का हो रहा नुकसानशहर में प्रचार के नाम पर एजेंसियां अवैध कारोबार कर रही हैं। वहीं अनुमति व विज्ञापन कर को लेकर नगर निगम के प्रचार विभाग में खेल हो रहा है। बाबू मनमाना टैक्स जमा कर रहे हैं। आलम यह है कि निजी भवनों एवं सार्वजनिक स्थलों पर लगे विज्ञापन बोर्ड की स्ट्रक्चरल की रिपोर्ट एजेंसियों ने नहीं दी है। प्रचार निरीक्षक के वसूली में दिलचस्पी न लेने से गत वर्ष का 3.89 करोड़ रुपए नहीं वसूला जा सका है। निगम ने इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें कारण बताओं नोटिस भी जारी किया था।
कैसे होता है विज्ञापन में खेल
विज्ञापन के नाम पर शहर में पिछले कई वर्षो से घोटाला हो रहा है। अफसरों की निगरानी न होने से प्रचार विभाग के जरिए इस गड़बड़ी को अंजाम दिया जा रहा है। बाबू बिना नाप जोख के लिए विज्ञापन कर लगाकर राशि जमा कर रहे हैं। इस कारण आय के प्रमुख स्त्रोत होने के बाद भी नगर निगम को आय नहीं हो रही है। प्रचार विभाग की समीक्षा के दौरान इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। ऐसी एजेंसियों के विज्ञापनों का स्थलीय निरीक्षक कराकर वसूली के लिए नगर निगम की अधिनियम के तहत कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए थे। होर्डिग का करोड़ रुपये का टैक्स बकाया वर्ष 2014-15 में एजेंसियों पर लगाए गए विज्ञापन कर की तुलना में 3.89 करोड़ रुपया बकाया है। इसमें होर्डिग मद में 16.23 लाख निजी भूमि पर स्थापित विज्ञापन बोर्ड के मद में 3.34 करोड़, ट्री गार्ड मद में 20 लाख, टै्रफिक लाइट मद में 11 लाख नहीं वसूला जा सका है। प्राइवेट बिल्डिंग में जोन वाइज होर्डिग की संख्या 1. जोन एक - 200 2. जोन दो - 37 3. जोन तीन - 934. जोन चार - 203
5. जोन पांच - 209 6. जोन छ - 20 निजी भवनों पर लगे हैं 762 विज्ञापन बोर्ड हालंाकि यह रिपोर्ट अधूरी है। निगम के आकंड़े में मात्र 762 होर्डिग है जबकि वास्तविकता इससे परे है। शहर के सभी जोन में इस संख्या से सात गुना होर्डिग लगी है, लेकिन एजेंसियों की मिलीभगत से इनकी वास्तविक संख्या नहीं दर्शायी जा रही है। वैध होर्डिग की कराई जाएगी कोडिंग अवैध विज्ञापन बोर्ड हटने के साथ ही वैध विज्ञापन बोर्ड का सर्वे कराया जा रहा है। वीडियोग्राफी के बाद वैध होर्डिग पर कोडिंग की जाएगी। विज्ञापन नियमावली 2014 के नियम 16(6) के तहत कांट्रेक्ट की पूरी डिटेल के साथ ही उसका रेट, खत्म होने वाली डेट के डाटा को ऑन लाइन करने के साथ होर्डिग में भी दर्ज किया जाएगा। इससे यह आसान होगा कि कौन सा विज्ञापन बोर्ड कब तक वैध है। ताकि अवैध होर्डिग के खिलाफ कार्यवाही की जा सके। प्रचार विभाग में बाबुओं का खेलनगर निगम में प्रमुख आय में प्रचार प्रसार विभाग भी शामिल है लेकिन इस विभाग में बाबुओं का जबरदस्त खेल है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 30 मई तक साफ्टवेयर को ऑन लाइन करना है जबकि बाबुओं ने अब तक 127 एजेंसियों में केवल 16 एजेंसी की ईम एड्रेस और डिटेल उपलब्ध कराई है। जबकि अन्य की डिटेल कई बार मांगी जा चुकी है।
शहर में अवैध होर्डिग का बड़ा कारोबार है। इस पर अंकुश लगाने के लिए वैध होर्डिग और एजेंसियों को ऑन लाइन किया जा रहा है। ताकि इस खेल को खत्म कर निगम को हर वर्ष होने वाले नुकसान से बचाया जा सके। 30 मई तक इसे पूरी तरह से ऑन लाइन करने का प्रयास है। अवनीश सक्सेना, अपर नगर आयुक्त