लखनऊ यूनिवर्सिटी में मंगलवार को मिशन शक्ति चरण 4 कार्यक्रम की शुरुआत गणित एवं खगोल विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विवेक सहाय ने की। उन्होंने सभी को महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने और उनके साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करने की प्रतिज्ञा बालिका सुरक्षा शपथ दिलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की।


लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी ने पीएचडी आवेदन की डेट बढ़ा कर 10 फरवरी कर दी है। पहले यह डेट 31 जनवरी थी। एलयू के प्रवक्ता प्रो। दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि कैंडीडेट पहले एनयूआरएल पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर लें, इसके बाद वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।मिशन शक्ति चरण-4 की हुई शुरुआत


लखनऊ यूनिवर्सिटी में मंगलवार को मिशन शक्ति चरण 4 कार्यक्रम की शुरुआत गणित एवं खगोल विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विवेक सहाय ने की। उन्होंने सभी को महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने और उनके साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करने की प्रतिज्ञा (बालिका सुरक्षा शपथ) दिलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। प्रथम वक्ता कृष्णा देवी गर्ल्स डिग्री कॉलेज की डॉ। मीनाक्षी त्रिपाठी ने महिला सशक्तिकरण पर सशक्त व्याख्यान दिया। उन्होंने आत्म-मूल्य, विकल्प और सामाजिक परिवर्तन में भागीदारी पर जोर दिया। भूविज्ञान विभाग के प्रोफेसर विभूति राय ने भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को लागू करने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की। मिशन शक्ति कार्यक्रम की संयोजक प्रोफेसर मधुरिमा लाल ने शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर कार्यक्रम को फोकस्ड बताया। उन्होंने हेल्पलाइन नंबरों को याद रखने और व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने पर भी चर्चा की।एलयू में सौर ऊर्जा पर हुई चर्चा

लखनऊ यूनिवर्सिटी के भौतिक विज्ञान विभाग मे फाईजाक सोसाइटी की ओर से आयोजित गेस्ट एक्सपर्ट सेमिनार की श्रंखला में वर्जिनिया टेक यूनिवर्सिटी अमेरिका से आए डॉ। करुणेश कांत ने प्रकृति से प्रेरित ऊर्जा भंडारण नवीन तकनीक शोध सेमिनार दिया। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एनके पांडेय ने सभी का स्वागत करते हुए एक्सपर्ट सेमिनार को सभी परास्नातक व शोध छात्र छात्राओं के लिए अहम बताया। डॉ। करुणेश कांत ने सेमीनार में बताया कि ऊर्जा भंडारण जैसी जटिल समस्याओं को प्रकृति से प्रेरित डिजाइन द्वारा बेहतर तरीके से सुलझाया जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा वन सन वन वर्ल्ड वन ग्रिड को सफल बनाने के लिए सौर्य ऊर्जा के उत्पादन व भंडारण क्षमताओं मे नवीन शोध व तकनीक नवाचार मे विश्व स्तर पर अपार संभावनाए हैं। सेमिनार का संचालन प्रोफेसर ज्योत्सना सिंह व धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर ओंकार प्रसाद ने किया।

Posted By: Inextlive